पतंगबाज़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पतंगबाज़ अपनी पतंगों के काप और टढ़े ख़ुद तैयार करते थे और उनकी पतंगों की पहचान चील , डंडा, अद्धा, गिलास एवं चांद-तारा आदि निशानों से आसमान में ही होती थी.
- कभी जनवरी का महीना आते ही पतंगबाज़ सक्रिय हो जाते थे और पतंगों की क़ीमत भी अच्छी मिलती थी , लेकिन अब न पतंग उड़ाने वाले दिखते हैं और न पतंगसाज़.
- गुजरात में अपना हुनर दिखा चुके झांसी के पतंगबाज़ नीरज कहते हैं कि जिस तरह चीन और जापान में पतंगबाज़ी की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं होती हैं , वैसी हमारे यहां भी होनी चाहिए.