पयोधि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- प्रीत न बांधों रीत में , बिन बांधे बंध जाय, पावक -पुंज, सनेह सम ,ज्यों बारे जल जाय - प्रश्न - पयोधि से दूर है ,प्रीत संग है म...
- छोटे से घर की लघु सीमा में बंधे हैं क्षुद्र भाव यह सच है प्रिय प्रेम का पयोधि तो उमड़ता है सदा ही नि : सीम भूमि पर।
- खैर , पिछली बार जब मैं आया था तो साथ में जो लड़का आया था , लक्ष्मीनारायण पयोधि , उसके काव्य संग्रह ' सोमारू ' की तारीफ की थी आपने।
- डा अनितासिंह चौहान ने लोकार्पित कृति “नज़रिया ' ' से “अपना-अपना आत्मसम्मान'' कहानी का वाचन किया,जिस पर प्रसिद्ध कहानीकार श्री मुकेश वर्मा,,श्री लक्षीनारायण पयोधि एवं श्री संजय राठौर व्दारा समीक्षात्मक वक्तव्य दिए गए ।
- लिहाज़ा बतौर पाठक मुझे जिस्मानी ज़रूरियात के लिए साहित्य की दीगर तरह की ‘पंक पयोधि ' में डूबना पड़ा, जिससे बतौर लेखक महावीर प्रसाद द्विवेदी अपनी जवानी में बड़ी सफ़ाई से बच निकले थे।
- इस अवसर पर कथाकार लक्ष्मीनारायण पयोधि ने कहा कि यह ग़ज़ल संग्रह एक ईमानदार रचनाकार की सच्ची अनुभूति है , जिसमें एक आम आदमी की वर्तमान दशा के प्रतिबिम्ब साफ देखे जा सकते हैं ।
- आजकल यह समझा जाता है कि इसके उत्तर में हिमालय श्रृंखला , दक्षिण में विन्ध्यमेखला , पूर्व में पूर्वसागर ( वंग आखात ) और पश्चिम में पश्चिम पयोधि ( अरब सागर ) है।
- वंशज की वेदना से व्यथित तरणि भी , डूबने लगे थे तब पश्चिम पयोधि में, पीला पड़ा “चन्द्र” जैसे फल हो खजूर का, हतप्रभ नभ की भी छाती हुई छलनी, रुदन मचाने लगे द्विज-गण चहुँधा।
- अपनी मर्जी के सब मालिक सूरज चाँद सितारे उन्हें देख ललचाये से दृग , प्यासे हारे , हा रे ! सीमित होकर मांग रहा है , परिधि पयोधि गगन की ?, ||८|| कठिन डगर ..
- इस अवसर पर कथाकार लक्ष्मीनारायण पयोधि ने कहा कि यह ग़ज़ल संग्रह एक ईमानदार रचनाकार की सच्ची अनुभूति है , जिसमें एक आम आदमी की वर्तमान दशा के प्रतिबिम्ब साफ देखे जा सकते हैं ।