पूर्वाभाद्रपद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- विगत सप्ताह दिनाँक 6 दिसंबर को देवगुरू बृहस्पति का पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम चरण और मीन राशि में प्रवेश हुआ है .
- आदि नाडी = अश्विनी , आद्रा , पुर्नवसु , उत्तराफाल्गुनी , हस्त , ज्येष्ठा , मूल , शतभिषा , पूर्वाभाद्रपद .
- आदि नाडी = अश्विनी , आद्रा , पुर्नवसु , उत्तराफाल्गुनी , हस्त , ज्येष्ठा , मूल , शतभिषा , पूर्वाभाद्रपद .
- कुंभ : कुंभ राशि घनिष्ठा नक्षत्र के दो चरण शतभिषा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के तीन चरणों के योग से बनी है।
- उत्तराषाढ़ नक्षत्र का मंच राजा दशरथ का है , तो पूर्वाभाद्रपद के मंच पर श्रवण अपने माता-पिता का स्थान बनाकर रहते हंै।
- इस दौरान गुरू स्वर्णमूर्ति स्थिति में होगा और पूर्वाभाद्रपद के चौथे चरण एवं उत्तराभाद्रपद व रेवती के चारों चरणों में गोचर करेगा .
- 7 ) पुनर्वसु, विशाखा, पूर्वाभाद्रपद (नक्षत्र स्वामी गुरु) वालो “स्कंदमाता” देवी की पूजा करनी चाहिए तथा केले के पेड़ की मूल धारण करनी चाहिए|
- उग्र संज्ञक नक्षत्र- भरणी , मघा , पूर्वाफाल्गुनी , पूर्वाषाढ़ , पूर्वाभाद्रपद यदि मंगलवार को हो तो निन्दित कार्य उत्तम माना जाता है।
- उग्र संज्ञक नक्षत्र- भरणी , मघा , पूर्वाफाल्गुनी , पूर्वाषाढ़ , पूर्वाभाद्रपद यदि मंगलवार को हो तो निन्दित कार्य उत्तम माना जाता है।
- इन दिनों में नक्षत्र पूर्वाफाल्गुनी , पूर्वषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, धनिष्ठा, हस्त, चित्रा, स्वाति विशाखा, पुनर्वसु, भरणी हो, तो नीला वस्त्र धारण करना शुभ होगा।