प्रेतलोक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सन्न होकर सब लोग वे पुकारें ऐसे सुनते रहे जैसे वे प्रेतलोक से आ रहीं हों , जिन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने पर प्रेतों द्वारा प्राण ले लिये जाने का भय हो।
- इन पैंतीस अध्यायों में यमलोक , प्रेतलोक और प्रेत योनि क्यों प्राप्त होती है, उसके कारण, दान महिमा, प्रेत योनि से बचने के उपाय, अनुष्ठान और श्राद्ध कर्म आदि का वर्णन विस्तार से किया गया है।
- इन पैंतीस अध्यायों में यमलोक , प्रेतलोक और प्रेत योनि क्यों प्राप्त होती है, उसके कारण, दान महिमा, प्रेत योनि से बचने के उपाय, अनुष्ठान और श्राद्ध कर्म आदि का वर्णन विस्तार से किया गया है।
- इन पैंतीस अध्यायों में यमलोक , प्रेतलोक और प्रेत योनि क्यों प्राप्त होती है- उसके कारण, दान महिमा, प्रेत योनि से बचने के उपाय, अनुष्ठान और श्राद्ध कर्म आदि का वर्णन विस्तार से किया गया है।
- इन पैंतीस अध्यायों में यमलोक , प्रेतलोक और प्रेत योनि क्यों प्राप्त होती है- उसके कारण, दान महिमा, प्रेत योनि से बचने के उपाय, अनुष्ठान और श्राद्ध कर्म आदि का वर्णन विस्तार से किया गया है।
- और देवलोक या प्रेतलोक के संबंध में , स्वर्ग और नरक के संबंध में जो भी हमारे पास सूचनाएं है वे काल्पनिक लोगों के द्वारा नहीं हे, वे इन लोको में रहने वाले लोगों के ही द्वारा है।
- और देवलोक या प्रेतलोक के संबंध में , स् वर्ग और नरक के संबंध में जो भी हमारे पास सूचनाएं है वे काल् पनिक लोगों के द्वारा नहीं हे , वे इन लोको में रहने वाले लोगों के ही द्वारा है।
- ‘‘ बाबूसाहब ! आप अन्यथा न लें ! मेरा तात्पर्य समझिये ! लाख कोंचने के बाद भी आप इतिहास का प्रेतलोक छोड़ेंगे नहीं , तो प्रेतों की ऐसी लीलाओं से भला आपका पीछा छूटेगा कैसे ? इससे तो दो-चार होता ही रहना होगा न ! ...
- कहीं स्वर्णाभूषणों की झंकार सुनाई पड़ रही है , तो कहीं नूपुरों की रुनझुन, कभी तांबे के बृहद् घंटे पर पहर बजने का शब्द, बहुत दूर पर बजती नौबत की धुन, वायु से दोलायमान झाड़ की स्फटिक लटकनों की ठन-ठन ध्वनि, बरामदे से पिंजरे में बंद बुलबुल का गीत, बगीचे से पालतू सारस का स्वर मेरे चारों ओर किसी प्रेतलोक की रागिनी रच रहे थे।
- हीरोइन ने मंद मंद चल मंच पर त्रासदी के हताहतों के प्रतीक रूपी बुत के आगे फूल पूरे फिल्मी स्टाइल में चढ़ाए तो श्रद्धांजलि देने आए लोग तो लोग , श्रद्धांजलि कार्यक्रम देखने आई पे्रतात्माएं भी अपनी प्रेत योनि को भूल कुलांचे भरती हुई प्रेतलोक को बिना किसी डर के सपनों में खोई वापस लौट गईं इस आस के साथ कि अगले साल इस बहाने सरकार इससे भी खूबसूरत हीरोइन के दर्शन करवाएगीे।