फटा फट का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हम Edi tor > नही बना रहे यार , हम जनता को सार्वजनिक शौचालय बना के दे रहे हैं ताकी वो Internet > पे जब चहे फटा फट हग सकें ... “ आपको Internet > पे कुछ हगना है ? HUG > का प्रयोग कीजिये और खुश हो जाईये ! ” टिन्ग-टिडि न् ग.
- तस्लिमा जी nे सही कहा है जी ऐसे लोगो जाहि ह्सर होना है क़ानून हमारा सही लागू नही होता अगर होता है कोई भी गल्त कॅम नही करेगा बाकी अपनी भी जुमेदारी बनती है इंडिया विच गुंडा राज जयदा है जो भी गल्त करता है उसको जयदा देर नही रखना फटा फट साफ मामला कर देना चाहिए
- कि ये मेरी कहानी होती समीर जी की पोस्ट पढी तो घबरा गयी कि कहीं हमारी पोस्ट भी पहेली तो नहीं बन गयी बस फटा फट खुद ही जवाब देने चले आये 1कहीं समीर जी को भनक लग गयी तो कहीं अपनी पोस्ट ही ना हटानी पड जाये1 कल किसी ने मेरी पिछली पोस्ट् ( एक हवा का झो
- सज्जन ठाह सोटा मारते हैं- “ फटा फट चंद मिन्ट लगाओ - आ जाओ- आ जाओ- आ जाओ- ” \ कोई कोई मोबाईल फोन करते समय पूछता है- “ बहुत बिज़ी तो नहीं- किसी- संसकार मे तो नही खडे ? - बाथरूम मे तो नही हो- ड्राईविन्ग तो नही कर रहे ? ” एक अखबार मे काम करते बहुत ही सूझवान उप सम्पादक मेरे जानकार है।
- ताउ आज तो के बात सै ? बडे फटा फट जबाव देरे हो ! और फोन भी थारे जल्दी 2 ठा रहे हो ! यानि कर्फ्यु का पुरा आनंद ले रहे हो ! इब ये स्मार्ट इंडियन जी की गुलाब जामुन की सलाह मानकर मैं तो चली गुलाब जामून या गुलाम जामून खाने ! मेरे तो मुँह से लार सी टपक री सै ! और हाँ ..
- मौसी जाग जाय और हम रंगे हाथ पकड़े जाएँ इन से पहले फटा फट कपड़े पहन कर माधवी जाने लगीजाते जाते उस ने किस कर के मुझ से कहा : वचन दो भैया, हमारी चुदाइ का राज़ तुम किसी से नहीं कहोगे, मेरी आनेवाली भाभी से भी नहीं.मैने वचन दिया और उन से भी लिया.दूसरे दिन गंगाधर और कैलाश भाभी ने हम सब को शाम के खाने पर बुलाए.
- अच्छा है जब पता ही ना चले की लड़का है की लड़की तो लड़किया ज्यादा सुरक्षित रहेंगी मनचलों से | बाकि नेताओ को नहलाने की क्या जरुरत है सब जानते है की ये रंगे सियार है | कहते है तोते को मिर्ची खिलाइए तो फटा फट बोलेगा पर खिलाने से पहले “पेटा” वालो से पूछ लीजियेगा वरना तोता बोलना सिखते ही वहा जा कर शिकायत कर देगा तो मुश्किल होगी |
- अच्छा है जब पता ही ना चले की लड़का है की लड़की तो लड़किया ज्यादा सुरक्षित रहेंगी मनचलों से | बाकि नेताओ को नहलाने की क्या जरुरत है सब जानते है की ये रंगे सियार है | कहते है तोते को मिर्ची खिलाइए तो फटा फट बोलेगा पर खिलाने से पहले “पेटा” वालो से पूछ लीजियेगा वरना तोता बोलना सिखते ही वहा जा कर शिकायत कर देगा तो मुश्किल होगी |
- अच्छा है जब पता ही ना चले की लड़का है की लड़की तो लड़किया ज्यादा सुरक्षित रहेंगी मनचलों से | बाकि नेताओ को नहलाने की क्या जरुरत है सब जानते है की ये रंगे सियार है | कहते है तोते को मिर्ची खिलाइए तो फटा फट बोलेगा पर खिलाने से पहले “ पेटा ” वालो से पूछ लीजियेगा वरना तोता बोलना सिखते ही वहा जा कर शिकायत कर देगा तो मुश्किल होगी |
- ये सुनते ही अशोक जी की चेहरे पर ख़ुशी की लहर दौड़ गई “ वाह पंडित जी इसे कहते है बेटी के लिए अच्छा रिश्ता आप फटा फट मेरी बेटी की बात यहाँ चलाइये और ये लीजिये मेरी लिस्ट की जब हमारे यहाँ रेड पड़ी थी तो क्या क्या मिला था आयकर विभाग को , लडके वालो को दे दीजियेगा वो भी समझ जायेंगे की हम भी हैसियत में उनसे कम नहीं उनके बराबर है ”