फलहीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उनके बोल गूँजने लगते हैं- ' जब आदमी अधूरा, जीवन अधूरा, दुनिया अधूरी तो इन सब पर लिखे जाने वाले निबंध कैसे पूर्ण मान लिये जाएँ ? आधे बखरे खेत, खलिहान में आधी उड़ी और आधी बिन उड़ी फसलें, हरियाते दीखते लेकिन फलहीन वृक्ष, आधे वसंत पार कर यौवन की दहलीज़ पर खड़ी जोगिया परिधान पहने जोगन, बिन पतवार के मँझधार में डोलती अधूरी नाव, अधूरे पाँव, अधूरे गीत, अधूरी तान, अधूरे स्वर, अधूरा सफर, जहाँ देखूँ वहीं अधूरा तो फिर निबंध कैसे पूरा हो ? (नदी तुम बोलती क्यों हो, पृष्ठ-102) ##############समीक्षित कृति- लिखने
- आपके घर के आसपास अगर प्राकृतिक रूप से पेड़ उग जाएं अथवा पेड़ों की छाया घर पर पड़े , तो उनका प्रभाव आपके जीवन पर क्या हो सकता है , इसका विश्लेषण भी वास्तु शास्त्र में बहुत अच्छी तरह से किया गया है , जैसे- घर के आगे और पीछे वाले हिस्से में कांटे वाले पेड़ या फिर दूध वाले कैक्टस के पेड़ लगाने से शत्रु का भय और धन का नाश होता है और अगर किसी फलहीन पेड़ की छाया आपके घर पर दोपहर बाद पड़े , तो रोग और अचानक कष्टों का सामना करना पड़ता है।