बकायन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसका उपाय भी नीम से है- पांच लौंग , पांच बड़ी इलायची , महानीम ( बकायन ) की सींके पीसकर पचास ग्राम पानी में मिलाकर थोड़ा गर्म कर लें ये एक बार की मात्रा है।
- शंखपुष्पी तेल : शंखपुष्पी का रस या काढ़ा 40 मि.ली., बकायन की छाल का काढ़ा 40 मि.ली., अडूसा का रस चार लीटर, अर्जुन की छाल का काढ़ा, काजी, लाख का रस और दही ये सभी चार-चार लीटर।
- 29 . बकायन: बकायन के बीज और श्वेतचन्दन समान मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर उसमें बराबर मात्रा में बूरा मिलाकर 6 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार सेवन करने से श्वेतप्रदर (ल्युकोरिया) में लाभ मिलता है।
- 29 . बकायन: बकायन के बीज और श्वेतचन्दन समान मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर उसमें बराबर मात्रा में बूरा मिलाकर 6 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार सेवन करने से श्वेतप्रदर (ल्युकोरिया) में लाभ मिलता है।
- 29 . बकायन: बकायन के बीज और श्वेतचन्दन समान मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर उसमें बराबर मात्रा में बूरा मिलाकर 6 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार सेवन करने से श्वेतप्रदर (ल्युकोरिया) में लाभ मिलता है।
- नीम के बीज , बकायन की सूखी गिरी , छोटी हरड़ , शुद्ध रसौत 50 - 50 ग्राम , घी में भूनी हींग 30 ग्राम तथा 50 ग्राम बीज निकाली हुई मुनक्का को घोटकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें।
- नीम के बीज , बकायन की सूखी गिरी , छोटी हरड़ , शुद्ध रसौत 50 - 50 ग्राम , घी में भूनी हींग 30 ग्राम तथा 50 ग्राम बीज निकाली हुई मुनक्का को घोटकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें।
- बकायन : बकायन के बीज और श्वेतचन्दन समान मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर उसमें बराबर मात्रा में बूरा मिलाकर 6 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार सेवन करने से श्वेतप्रदर ( ल्युकोरिया ) में लाभ मिलता है।
- बकायन : बकायन के बीज और श्वेतचन्दन समान मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर उसमें बराबर मात्रा में बूरा मिलाकर 6 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार सेवन करने से श्वेतप्रदर ( ल्युकोरिया ) में लाभ मिलता है।
- बकायन : बकायन के बीज और श्वेतचन्दन समान मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर उसमें बराबर मात्रा में बूरा मिलाकर 6 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार सेवन करने से श्वेतप्रदर ( ल्युकोरिया ) में लाभ मिलता है।