बान्धव का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अब देखिये यहाँ पर कुछ सार्थक पाने में जीवन का तेल निकल आता हैं और हमारे अरबी बान्धव थोड़ा तेल निकाल निकाल कर जीवन भर सब कुछ पाते रहते हैं।”
- त्रिवेणी में एक थीम पर तीन गाने होते हैं जिनके बीच में युनुस भाई या उनके बन्धु - बान्धव तीनों गीतों को पिरोने वाले सूत्र के रूप में तत्त्व-चर्चा करते हैं ।
- त्रिवेणी में एक थीम पर तीन गाने होते हैं जिनके बीच में युनुस भाई या उनके बन्धु - बान्धव तीनों गीतों को पिरोने वाले सूत्र के रूप में तत्त्व-चर्चा करते हैं ।
- मूर्ख वीणा की धुनि सुनकर भयवान् होता है और बान्धव निद्रा में सोया पड़ा है , उसको मृतक जानके भयवान् होता है और स्वप्न में हाथी को देखकर भय से भागता है ।
- अर्थात् पति , भ्राता , पिता , कुटुम्बी , सास , ससुर , देवर , बन्धु बान्धव इस प्रकार स्त्री के सभी सम्बन्धियों का कर्तव्य है कि वे उसका सभी प्रकार से सम्मान करे।
- इस संदर्भ में राजन्य और क्षत्रिय और राजन्यों के बीच , संभवतः राजा और पुराने बान्धव अभिजात वर्ग के बीच , विश् से वसूले गये अन्न एवं पशु आदि को लेकर संघर्ष होते थे।
- धिक्कार है हमारे क्षत्रित्व पर कि कायस्थ प्रभृति नीच वर्ग बडे बडे स्थानों पर नीयत होते हैं और हमारे बन्धु - बान्धव प्यादगीरी कर केवल 3 या 4 मुद्रा में पलायन करते हैं . ” 11
- रक्षणोपरम - विषयों का अर्जन करके , राजा , बन्धु - बान्धव , तथा चोर आदि से उनकी रक्षा करने में अत्यंत कष्ट है - इस भावना से विषयों के परित्यागमात्र में संतुषट हो जाना छठी तुष्टि है ।
- सुख , दुःख , मित्र , बन्धु , बान्धव , जीवन और मरण ये सब यद्यपि बन्धन के कारण हैं , तथापि ये ज्ञानी के चित्त के बन्धक नहीं होते , इसका कारण यही है कि ज्ञानी इनके वश में नहीं होते।।
- सुख , दुःख , मित्र , बन्धु , बान्धव , जीवन और मरण ये सब यद्यपि बन्धन के कारण हैं , तथापि ये ज्ञानी के चित्त के बन्धक नहीं होते , इसका कारण यही है कि ज्ञानी इनके वश में नहीं होते।।