बेरूख़ी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- एहसास हुआ आईने में देखने के बाद एक उम्र कट गयी है उनसे बेरूख़ी के बाद ज़मीन और फलक का भी रिश्ता अजीब है टूटे हुए दो दिल हैं उनसे बेरूख़ी के बाद मोहब्बत में फासलों की जाने कैसी रीत है चर्चा रहा ये आम उनसे बेरूख़ी के बाद हो उसका माफ़ हर गुनाह वो मेरा अ
- एहसास हुआ आईने में देखने के बाद एक उम्र कट गयी है उनसे बेरूख़ी के बाद ज़मीन और फलक का भी रिश्ता अजीब है टूटे हुए दो दिल हैं उनसे बेरूख़ी के बाद मोहब्बत में फासलों की जाने कैसी रीत है चर्चा रहा ये आम उनसे बेरूख़ी के बाद हो उसका माफ़ हर गुनाह वो मेरा अ
- एहसास हुआ आईने में देखने के बाद एक उम्र कट गयी है उनसे बेरूख़ी के बाद ज़मीन और फलक का भी रिश्ता अजीब है टूटे हुए दो दिल हैं उनसे बेरूख़ी के बाद मोहब्बत में फासलों की जाने कैसी रीत है चर्चा रहा ये आम उनसे बेरूख़ी के बाद हो उसका माफ़ हर गुनाह वो मेरा अ
- चौक की पत्रिका प्रकाशित की जानी है तो यह सदस्य-सचिव जाने , राजभाषा कार्यान्वयन के विभिन्न आयोजन किए जाने हैं तो सदस्य-सचिव सोचे , हमें क्या ? इस बेरूख़ी से सदस्य-सचिव कभी अपना दुःख प्रकट नहीं करता है इसलिए नहीं कि वह कर नहीं सकता बल्कि इसलिए कि चौक के दायित्वों की समन्वयक की भूमिका का निर्वाह जो करना है।
- चाहे देखें तुम्हारी जादूगरी , चाहे देखें तुम्हारी बेरूख़ी, हमे बस अपने ही, बस मे रहना है… न हॅसना है, न रोना है, दिखना है, तो खुश दिखना है… न चाहे मन ये मेरा, हँसने को, तो भी, आँसू नही दिखना है, दुनिया मे जो जीना है… किसी को क्या बताए, दर्द है दिल मे, [...] कविताएँ कुछ पंक्तियाँ अपने हमे हिंदी कविता