भागलपुरी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- एसडीएम संजय राय ने बताया कि सैंपल का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा भरे गए सैंपल को दिल्ली की श्री राम प्रयोगशाला में भेजा जाएगा उधर भागलपुरी में विकास कार्यों की सैंपलिंग को लेकर लोगों में प्रतिक्रिया शुरू हो गई है।
- इसके अलावा इस उत्सव का मुख्य आकर्षण मशहूर भागलपुरी सिल्क , मिथिला पेंटिंग, सिकी से निर्मित सामग्री, भभुआ के पत्थर का आकर्षक हाथी, मेहंदी, मोतीहारी का आकर्षक सीप से निर्मित आभूषण, टेरा कोटा से निर्मित वस्तुएं, जूट निर्मित वस्तुएं यथा जूट ज्वेलरी, टिकुली आर्ट के साथ-साथ नालंदा, बिहारशरीफ का निपुरा सिल्क एवं हस्तकरघा से निर्मित बेड-सीट और चादर विशेष रूप से रहा.
- स्टॉलों के माध्यम से मषहूर भागलपुरी सिल्क , मिथिला पेंटिंग, सिकी से निर्मित सामग्री, भभुआ के पत्थर की आकर्षक हाथी, मेहंदी, मोतीहारी का आकर्षक सीप से निर्मित आभूषण, टेरा कोटा से निर्मित वस्तुएॅं, जूट निर्मित वस्तुएं यथा जूट ज्वेलरी, टिकुली आर्ट के साथ-साथ नालंदा, बिहारशरीफ का निपुरा सिल्क एवं हस्तकरघा से निर्मित बेड-सीट, चादर विषेष रूप से मेले के आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।
- इसके अलावा इस उत्सव का मुख्य आकर्षण मशहूर भागलपुरी सिल्क , मिथिला पेंटिंग , सिकी से निर्मित सामग्री , भभुआ के पत्थर का आकर्षक हाथी , मेहंदी , मोतीहारी का आकर्षक सीप से निर्मित आभूषण , टेरा कोटा से निर्मित वस्तुएं , जूट निर्मित वस्तुएं यथा जूट ज्वेलरी , टिकुली आर्ट के साथ-साथ नालंदा , बिहारशरीफ का निपुरा सिल्क एवं हस्तकरघा से निर्मित बेड-सीट और चादर विशेष रूप से रहा .
- इन स्टालों के माध्यम से छत्तीसगढ़ की प्रसिध्द कोसा साड़ियों के साथ ड्रेस मटेरियल , मध्यप्रदेश की चंदेरी और महेश्वरी साड़िया, महाराष्ट्रकी पैठनी साड़िया, गुजरात में निर्मित लहंगे, उत्तर प्रदेश की बनारसी साड़ियां, बिहार की भागलपुरी और खादी सिल्क, आसाम की प्रसिध्द मूंगा सिल्क, हरियाणा के फर्निशिंग वस्त्र और गलीचे, जम्मू कश्मीर के प्रसिध्द पशमीना शाल, राजस्थान की जयपुरी रजाई, पश्चिम बंगाल की कांथा और तांत साड़िया, पंजाब की कशीदाकारी पर आधारित कपड़े, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के प्रसिध्द हाथ करघा निर्मित वस्त्रों की बिकी की गई।
- इसमें छत्तीसगढ़ की प्रसिध्द कोसा साड़ियों के साथ डे्रस मटेरियल , मध्यप्रदेश की चंदेरी और महेश्वर की साड़ियां, महाराष्ट्र की पैठनी साड़ियां, गुजरात में निर्मित लहंगे, उत्तर प्रदेश की बनारसी साड़ियां, बिहार की भागलपुरी और खादी सिल्क, आसाम की प्रसिध्द मूंगा सिल्क, हरियाणा के फर्निंशिंग वस्त्र और गलीचे, जम्मू कश्मीर के प्रसिध्द पश्मीना शॉल, राजस्थान की जयपुरी रजाई, पश्चिम बंगाल से कांथा और तांत साड़ियां, पंजाब की कशीदाकारी पर आधारित कपड़े और हिमाचल प्रदेश तथा दिल्ली के प्रसिध्द हाथ करघा निर्मित कपड़े भी ग्राहकों को उपलब्ध होंगे।
- 7 स्थित बिहार पवेलियन में लोगों की खासी भीड़ देखी गई और वे बिहार के नायाब कलाकृतियों में खासी दिलचस्पी दिखाते हुए जमकर खरीदारी करते देखे गए , जहां लोगों को यहां भागलपुरी सिल्क साड़ी , मिथिला पेटिंग और जूट-ज्वेलरी आदि से निर्मित वस्तुएं देखने व खरीदने को मिल रही है , वहीं लोगों ने पवेलियन से निकलने के बाद हंसध्वनि थियेटर के पास स्थित अहार-बिहार नाम से लगे बिहार के व्यंजनों के स्टाल पर लिट्टी चोखा सहित विभिन्न प्रकार के बिहारी व्यजनों का जमकर लुत्फ उठाते देखे गए।
- श्री मोहले ने कहा कि नेशनल हेण्डलूम एक्सपो 2010 में छत्तीसगढ़ की प्रसिध्द कोसा साड़ियों के साथ ड्रेस मटेरियल , मध्यप्रदेश की चंदेरी और महेश्वर की साड़िया, महाराष्ट्र की पैठनी साड़ियां, गुजरात में निर्मित लहंगे, उत्तरप्रदेश की बनारसी साड़ियां, बिहार की भागलपुरी और खादी सिल्क, आसाम की प्रसिध्द मूंगा सिल्क, हरियाणा के फर्निशिंग वस्त्र और गलीचे, जम्मू कश्मीर के प्रसिध्द पश्मीना शॉल, राजस्थान की जयपुर रजाई, पंश्चिम बंगाल से कांथा और तांत साड़िया, पंजाब की कशीदाकारी पर आधारित कपड़े एवं हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के प्रसिध्द हाथ करघा निर्मित कपड़ों के प्रदर्शन और विक्रय के लिए स्टाल लगाए गए है।