भागवतपुराण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भागवतपुराण द्वादश स्कन्ध , द्वितीय अध्याय में कल्कि के पैदा होने की भविष्यवाणी की गई है और उनकी विशेषता भी बताई गई है।
- ' भागवतपुराण 12 - 2 - 18 ) के यहां जन्म होगा और माता का नाम सुमति ( ‘ शम्भले विष्णुयशसो गृहे प्रादुर्भवाम्यहम्।
- ' भागवतपुराण 12 - 2 - 18 ) के यहां जन्म होगा और माता का नाम सुमति ( ‘ शम्भले विष्णुयशसो गृहे प्रादुर्भवाम्यहम्।
- ' भागवतपुराण 12 - 2 - 18 ) के यहां जन्म होगा और माता का नाम सुमति ( ‘ शम्भले विष्णुयशसो गृहे प्रादुर्भवाम्यहम्।
- भागवतपुराण के अनुसार ब्रह्मा के एक पुत्र अत्रि थे जिनके पुत्र सोम ( चन्द्र ) थे . सोम के पुत्र बुध थे .
- भागवतपुराण मेँ आया है जीव की , सृष्टि की उत्पत्ति भगवान ने प्रेमवश ही कि क्योँकि वो एक से अनेक होना चाहता था ।
- ' भागवतपुराण 12-2-20 वेगगामी अश्व से पृथिवी में विचरते हुए अप्रतिम कान्ति वाले पर राजाओं के वेष में छिपे करोड़ों दुष्टों का संहार करेंगे।)
- ' भागवतपुराण 12-2-20 वेगगामी अश्व से पृथिवी में विचरते हुए अप्रतिम कान्ति वाले पर राजाओं के वेष में छिपे करोड़ों दुष्टों का संहार करेंगे।)
- ' भागवतपुराण 12-2-20 वेगगामी अश्व से पृथिवी में विचरते हुए अप्रतिम कान्ति वाले पर राजाओं के वेष में छिपे करोड़ों दुष्टों का संहार करेंगे।)
- भागवतपुराण में कहा गया है कि- ” बर्हिषि तस्मिन्नेव विष्णुदत्त भगवान् परमर्षिभिः प्रसादितो नाभेः प्रियचिकीर्षया तदवरोधायने मेरुदेव्यां धर्मान् दर्शयितुकामो बातरशनानां श्रमणानाम् ऋषीणाम् ऊर्ध्वमन्थिनां शुक्लया तन्वावततार।