भामह का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शब्द शक्ति क्या है ? - बहुत पहले ही सुप्रसिद्ध आचार्य भामह ने ‘
- एवं कीर्ति को भी स्थान मिलना चाहिए ऐसा भामह का ‘काव्यालंकार ' में कहना है।
- भामह ( विक्रम सातवीं शती ) ने भी तीनों भाषाओं का उल्लेख किया है।
- ( भामह के नाम से राघवभट्ट द्वारा उद्धृत पर्यायोक्त अलंकार का लक्षण ( परिभाषा )
- इसलिए मात्र इस आधार पर आचार्य भामह को भास का उत्तरवर्ती नहीं माना जा सकता।
- आचार्य भामह के माता-पिता , गुरु आदि के विषय में कोई प्रामाणिक विवरण उपलब्ध नहीं है।
- भामह से भी पूर्ववर्ति बाण तथा सुबंधु आदि कवियों में इसके संदर्भ प्राप्त होते हैं।
- इसकी पत्नी ' जक्कल महादेवी ' थी , जो राष्ट्रकूट शासक भामह की पुत्री थी।
- आचार्य भरतमुनि के बाद प्रथम आचार्य भामह ही हैं जिनका काव्यशास्त्र पर ग्रंथ उपलब्ध है।
- इसलिए मात्र इस आधार पर आचार्य भामह को भास का उत्तरवर्ती नहीं माना जा सकता।