भूला-भटका का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कहां अफजल गुरू और कहां सरबजीत ! एक दोषसिद्ध अपराधी , आपके ही सुप्रीम कोर्ट से और एक भूला-भटका आदमी . एक की भलमनसाहत यह कि उसने संसद हमले की साजिश रची और दूसरे का अपराध सिर्फ इतना कि वह भटक कर सीमा पार कर गया .
- कोई भूला-भटका इसके द्वार पहुँच जाए तो पहले खूँखार कुत्ते ही उसकी राह रोक लेते हैं और कहीं गलती से बाहर मिल गईं तो अपने कुत्तों से भी अधिक खूँखार ऐसे भावों से देखेंगी मानो जाने वाले ने उनके घर जाकर पता नहीं क्या छीन लिया हो।
- सोचा , ऐसे सुअवसर अब जीवन में कम ही आते हैं , जब कोई भूला-भटका पुण्य आडे आ जाय , सो कहीं देर ना हो जाए - एक कुर्सी बलकनी में रख कर बैठ गई , चलो बारिश ना भी हो उसके आने के संदेश-पत्र ही बांच लिए जां य.
- शून्यता - जीवन के बिखराव में जूझती एक विवशता केंचुली में जकड़ी एक बदहवास सभ्यता शहर के जंगल में भटकती एक आदम खामोशी जहां हर दरवाजा खुला नजर आता है पर स्पर्श होते ही बंद हो जाता है और हम बुढ़ियाने लगते हैं दस्तक देते-देते कुछ नहीं मिलता फिर चल पड़ते हैं गवेषणा के लिए कालाहांडी या बस्तर की ओर शायद कोई भूला-भटका अपना मिल जाए नगर का दानव नहीं बनवासी मानव मिल जाए ! हरित वर्ण