भू-लोक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यदुकुल में अवतार लेने वाले , उरुगाय ( यानी बहुत प्रकार से गाए जाने वाले ) भगवान् वृष्णि का गोलोक नामक वह परम पद ( व्रज ) निश्चित ही भू-लोक में प्रकाशित हो रहा है।
- अपने नाना प्रकार के रंगबिरंगे रूपों में प्रकट होकर वे न केवल प्रकृति पटल पर सुन्दर दृश्य उपस्थित करते हैं बल्कि यह कहना अधिक उपयुक्त होगा कि उन्होंने इस भू-लोक को समस्त रंगों से सराबोर किया है।
- * इस प्रश्नके लिए देखते हैं भागवत - 5 . 21 जहां बताया गया है कि भू-लोक और ऊपर द्युलोक के मध्य है अंतरिक्ष लोक जिसका केंद्र है सूर्य और जहाँ अन्य सभीं ग्रह एवं नक्षत्र भी हैं ।
- जानते हैं पावन गंगा से जुड़ी कुछ पौराणिक बातों को - - हिन्दू धर्म की सबसे प्रचलित धार्मिक मान्यताओं में पवित्र गंगा राजा सगर के 60 हजार पुत्रों के कपिल ऋषि के शाप से भस्म होने के बाद उनके मोक्ष के लिए राजा सगर के वंशज राजा भगीरथ के घोर तप के बाद हिमालय क्षेत्र में स्वर्ग से भू-लोक में उतरी।