मंजूरशुदा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- फगवाड़ा में अनधिकृत कालोनियों को रजिस्टर्ड करने का काम शुरू . . शहरी क्षेत्र की कालोनियां रजिस्टर्ड होंगी नगर निगम में, ग्रामीण क्षेत्र की कालोनियों के लिए एसडीएम ने बनाए 8 क्लस्टर फगवाड़ा सब डिवीजन में 93 गैर मंजूरशुदा कालोनियों में 24 शहर में तथा 69 ग्रामीण इलाकों में
- विभाग ने कुल मंजूरशुदा पदों की तादाद 12 , 718 और भरे पदों की संख्या 9,251 बताया, लेकिन कामकाज के तौर-तरीकों पर जानकारी देने के नाम पर सिर्फ इतना कहा कि उक्त पदों की समीक्षा और नवीनीकरण की रिपोर्ट तैयार करने के लिए डायरेक्टर जनरल इंस्पेक्शन के नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया है।
- इस निर्णय में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा यह अभिमत अवधारित किया गया है कि याची बिजेन्द्र सिंह अपनी मंजूरशुदा पेड़ों की लकड़ी को निकासी के माध्यम से बेच चुका था और अब वह बाद में सरकार के जंगल से काटी गयी शेष लकड़ी को 1998 की मंजूरशुदा लकड़ी की आड़ में बेचना चाहता है , इसलिए माननीय उच्च न्यायालय द्वारा याचिका खारिज कर दी गयी।
- इस निर्णय में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा यह अभिमत अवधारित किया गया है कि याची बिजेन्द्र सिंह अपनी मंजूरशुदा पेड़ों की लकड़ी को निकासी के माध्यम से बेच चुका था और अब वह बाद में सरकार के जंगल से काटी गयी शेष लकड़ी को 1998 की मंजूरशुदा लकड़ी की आड़ में बेचना चाहता है , इसलिए माननीय उच्च न्यायालय द्वारा याचिका खारिज कर दी गयी।
- अपीलार्थीगण के विद्वान अधिवक्ता की लिखित बहस पेपर संख्या 56 क / 1 पत्रावली पर उपलब्ध है, जिसमें विद्वान अधिवक्ता अपीलार्थीगण द्वारा यह कथन लिया गया है कि अपीलार्थीगण द्वारा निम्न न्यायालालय में प्रश्नगत वाद उनकी मंजूरशुदा भूमि की चहारदीवारी से प्रतिवादी/प्रत्यर्थी द्वारा नष्ट किये जाने तथा उस हाथाबन्दी के मूल्य की क्षतिपूर्ति रू0 दस हजार दिलाये जाने हेतु प्रस्तुत किया था जिसे प्रतिवादी ने इन्कार किया था।
- मित्रता उन विषयों में से एक है जो लगभग सभी दार्शनिकों द्वारा सर्वाधिक उपेक्षित रहे हैl शायद हम इसे मंजूरशुदा ले लेते है क हहम समण् ते ही है कह इसका मतलब होता है , इसलिए हम इसकी गहराइयों के संबंध में , विकास की इसकी संभावनाओं के संबंध में , भिन्न - भिन्न अर्थवत्ताओं सहित इसके भिन्न - भिन्न रंगों के संबंध में अज्ञानी ही रहे आए हैं।
- निवर्तमान कलेक्टर आकाश त्रिपाठी एवं नगर निगम आयुक्त एनबीएस राजपूत शहर के एवं जिले के विकास के नाम पर ग्वालियर , लश्कर , डबरा , मुरार में प्रशासनिक आपातकाल जैसी स्थिति बनाकर बिना कुछ देखे सुने , हाईकोर्टों के आदेशों के विरूद्ध चाहे जिस रोड़ पर अतिक्रमण के नाम पर मंजूरशुदा , नामांतरणशुदा आदि सरकारी कागजों के होने के बाद भी करीब 10 हजार से अधिक मकानों को तोड़ा-फोड़ा गया।