मतलब परस्त का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- एक जहीन और जागी हुई शहरी दोशीजा , जो मतलब परस्त अगर है भी तो मोहब्बत के इस आम रिवाज के तहत कि वह पूरी दुनिया को और उसकी तल्ख सच्चाइयों को दरकिनार करके अपने प्रेमी की बांहों में समा जाना चाहती है और उसे अपने में समा लेना चाहती है।
- सोचता हूं कि गुरु यह भी तो कह सकते थे कि इन रीढ विहीन , मतलब परस्त , अन्याय का सामना ना कर सकने वाले खर-पतवार की बजाए इन पेडों से सीख लो कि भले ही हमारा नामोनिशान मिट जाए हम कभी भी आतंक , अत्याचार , अन्याय या आक्रमणकारी के आगे सर नहीं झुकाएंगे।
- सोचता हूं कि गुरु यह भी तो कह सकते थे कि इन रीढ विहीन , मतलब परस्त , अन्याय का सामना ना कर सकने वाले खर-पतवार की बजाए इन पेडों से सीख लो कि भले ही हमारा नामोनिशान मिट जाए हम कभी भी आतंक , अत्याचार , अन्याय या आक्रमणकारी के आगे सर नहीं झुकाएंगे।
- ख़त के जवाब का इंतज़ार करियेअभी कुछ मसरूफ हूँ मैं दुनिया की इस रवानियत से कुछ मायूस हूँ मैंहद से ज्यादा मतलब परस्त लोगों की इस भीड़ मेंअभी खुद को ढूँढने के लिएज़रा मजबूर हूँ मैंए दोस्त , तू बुरा न मनाना मेरी इस बेमानी दरखास्त का के तुझसे मिलने का वक़्त तलाशने मेंआजकल बहोत मशगूल हूँ मैं....
- संविधान में उल्लेखित प्रजा के लिये बनाये गये तंत्र में प्रजा की ही कोई बखत नहीं है , ऐसा प्रतीत होता है कि अब यह मतलब परस्त लोगों का ऐसा तंत्र बनकर रह गया है जिसमे हर कोई अपनी रोटियों के नीचे ही आग रखने पर आमादा है, भले ही आँच की तीव्रता उनकी रोटियाँ ही जला दे..!
- देश में होने वाली आतंकवादी घटनाओं में जिन युवाओं का इस्तेमाल किया जाता है वो भी कहीं ना कहीं अपने आपको बेचकर अपने घर-परिवार को खुशियाँ देने के लिए अपना सौदा देश के दुश्मनों से करते हैं और हथियार उठा लेते हैं ! आज का भटका हुआ बेरोजगार युवा मतलब परस्त और धर्म परस्त राजनीति के हांथों बिक जाता है !
- मीडिया जगत में मुझे मार्ग दर्शन देने वाले उन सभी मतलब परस्त गुरुजनों को सादर प्रणाम … जिन्होंने अपने काम के लिए मेरा इस्तेमाल किया , और फिर दूध की मक्खी की तरह निकाल फेंका … उन गुरु जनों को विशेष प्रणाम , जिन्होंने हमारी राह में हमेशा रोड़े अटकाए , और आज भी खंजर लिए मुझे ढून्ढ रहे है …
- जब देश की आत्मा तक चूस रहे भ्रष्ट राजनीतिज्ञों के नाम जपते , मतलब परस्त , राजनीतिक पार्टियों के बहुरंगे झण्डे लहराते नौजवान अपने तुच्छ से तुच्छ निजी हित के आगे घुटने टेकते नजर आते हैं , उस वक्त सच कहूँ तो मुझे एक गहरी कोफ्त होती है , उस तथाकथित नौजवान से जो भगत सिंह सरीखे शहीदों की शहादत से मिली आज़ादी का दोहन कर रहे हैं।
- जब देश की आत्मा तक चूस रहे भ्रष्ट राजनीतिज्ञों के नाम जपते , मतलब परस्त , राजनीतिक पार्टियों के बहुरंगे झण्डे लहराते नौजवान अपने तुच्छ से तुच्छ निजी हित के आगे घुटने टेकते नजर आते हैं , उस वक्त सच कहूँ तो मुझे एक गहरी कोफ्त होती है , उस तथाकथित नौजवान से जो भगत सिंह सरीखे शहीदों की शहादत से मिली आज़ादी का दोहन कर रहे हैं।
- फ़िदा कितने मतलब परस्त हैं ये बात २ रोज पहले ही साबित हो गया है . तसलीमा की बुक माने भी पढ़ी है मुझे तो कहीं नहीं लगा की इन चीजो को लेकर फतवा भी जरी किया जा सकता है बल्किं बहुत सारे बुक्स में इससे बहुत ज्यादे उल्टा सीधा लिखा है.मगर उन्हें देखने पड़ने वाला कोई नहीं कोई उनपे फतवा नहीं जरी करता..तस्लीम सलाम आपको.आपके जज्बे को …माफ़ी मत मांगना कभी …हमारी उम्मीदें हैं आपसे ..इन उम्मीदों को मत तोडना कभी…सलाम तसलीमा..