मत्स्यपुराण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- १६ . मत्स्यपुराण : उन्नीस हजार श्लोकों वाला यह भी एक प्राचीन ग्रंथ है।
- यह दूरी दो योजन तक है ( मत्स्यपुराण अध्याय १ ८ १ .
- न करे।” मत्स्यपुराण के 280वें अध्याय में पंचलांगलक नाम के दान से भी
- करने वाले का क्या कहना हैं , उस पर भी विशेषकर क्षत्रिय का?” मत्स्यपुराण
- महाभारत , रामायण , मत्स्यपुराण आदि महाकाव्यों में वास्तु का वर्णन मिलता है।
- महाभारत , रामायण , मत्स्यपुराण आदि महाकाव्यों में वास्तु का वर्णन मिलता है।
- मत्स्यपुराण में भी वेध को हर हाल में टालकर वास्तु निर्माण का निर्देश है।
- मत्स्यपुराण कहता हैं कि नीरोगिता की इच्छा हैं तो सूर्य की शरण में जाओ।
- मत्स्यपुराण कहता हैं कि नीरोगिता की इच्छा हैं तो सूर्य की शरण में जाओ।
- महाभारत के सभापर्व एवं मार्कंडेय तथा मत्स्यपुराण में इनके अनेक उल्लेख प्राप्त होते है।