मध्यम पुरुष का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भृतृहरि के बताये मध्यम पुरुष के लक्षण ' मेरा काम भी हो जाये , उसका काम भी हो जाय ' की तर्ज पर मैंने एक रास्ता निकाला।
- बालकृष्ण भट्ट यदि आधुनिक हिंदी आलोचना के प्रथम पुरुष हैं तो शुद्धतावादी व्याकरणविद आलोचक सवाल उठा सकते हैं कि प्रेमघन मध्यम पुरुष हुए तथा भारतेंदु उत्तम पुरुष।
- 2 . 2 .8 मध्यम पुरुष में ( आप ) “ थे / थीं ” अर्थ में हमेशा ( अपने ) “ हलथिन ” का प्रयोग होता है ।
- वचन और पुरुष भेद , मानक औपचारिक भाषा में मध्यम पुरुष में ढह गए हैं, हालांकि अनौपचारिक बोली के रूपों में वचन भेद है (उदाहरण के लिए एकवचन
- इनमें ‘अपना ' और ‘आप' शब्द उत्तम, पुरुष मध्यम पुरुष और अन्य पुरुष के (स्वयं का) अपने आप का ज्ञान करा रहे शब्द हें जिन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
- क़ुरान के सारे मध्यम पुरुष के एकवचन में प्रयुक्त होने वाले वाक्य अधिकतर स्वयं महात्मा मुहम्मद और बहुवचन में मुसलमानों या नास्तिकों को सम्बोधित करके कहे गये है।
- मध्यम पुरुष वह है जो नारी के कहने पर संभोग करे और जो बार-बार कामातुर नारी के उकसाने पर भी संभोग नहीं करे , वह पुरुष नहीं, नपुंसक है।
- पूर्व मध्यम पुरुष एकवचन सर्वनाम था; यह अधिकांश संदर्भों में अप्रचलित माना जाता है , हालांकि यह अभी भी इंग्लैंड के उत्तर में कुछ बोलियों में प्रयोग किया जाता है.
- जर्मन में “ आप ” और “ तू ” अर्थात „ Sie “ तथा „ Du “ में भेद सम्बोधानकर्ता की मध्यम पुरुष से अन्तरँगता पर निर्भर करता है।
- जहाँ ‘आप ' शब्द का प्रयोग श्रोता के लिए हो वहाँ यह आदर-सूचक मध्यम पुरुष होता है और जहाँ ‘आप' शब्द का प्रयोग अपने लिए हो वहाँ निजवाचक होता है।