मध्य सप्तक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अलंकारों की रचना में- प्रत्येक अलकार मे मध्य सप्तक के { सा} से तार सप्तक के {सां } तक आरोही वर्ण होता है जैसे- “सारेग , रेगम,गमप,मपध,पधनी,धनीसां” व तार सप्तक के {सां} से मध्य सप्तक के { सा} तक अवरोही वर्ण होता है जैसे- “सांनिध,निधप,धपम,पमग,मगरे,गरेसा” ।
- अलंकारों की रचना में- प्रत्येक अलंकार मे मध्य सप्तक के ( सा) से तार सप्तक के (सां) तक आरोही वर्ण होता है जैसे- “सारेग, रेगम, गमप, मपध, पधनी, धनीसां” व तार सप्तक के (सां) से मध्य सप्तक के (सा) तक अवरोही वर्ण होता है जैसे- “सांनिध, निधप, धपम, पमग, मगरे, गरेसा” ।
- अलंकारों की रचना में- प्रत्येक अलंकार मे मध्य सप्तक के ( सा) से तार सप्तक के (सां) तक आरोही वर्ण होता है जैसे- “सारेग, रेगम, गमप, मपध, पधनी, धनीसां” व तार सप्तक के (सां) से मध्य सप्तक के (सा) तक अवरोही वर्ण होता है जैसे- “सांनिध, निधप, धपम, पमग, मगरे, गरेसा” ।
- अलंकारों की रचना में- प्रत्येक अलकार मे मध्य सप्तक के { सा } से तार सप्तक के { सां } तक आरोही वर्ण होता है जैसे- “ सारेग , रेगम , गमप , मपध , पधनी , धनीसां ” व तार सप्तक के { सां } से मध्य सप्तक के { सा } तक अवरोही वर्ण होता है जैसे- “ सांनिध , निधप , धपम , पमग , मगरे , गरेसा ” ।
- अलंकारों की रचना में- प्रत्येक अलकार मे मध्य सप्तक के { सा } से तार सप्तक के { सां } तक आरोही वर्ण होता है जैसे- “ सारेग , रेगम , गमप , मपध , पधनी , धनीसां ” व तार सप्तक के { सां } से मध्य सप्तक के { सा } तक अवरोही वर्ण होता है जैसे- “ सांनिध , निधप , धपम , पमग , मगरे , गरेसा ” ।