मलयानिल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तेरे सोहाग का सुख , बाले ! आजीवन रहता है सोता हैं फूल फूल जाते मधु में , सुरभित मलयानिल बहती है।
- कबीर हों या नानक , सूर हों या मीरा - सबने किसी न किसी रूप में जुही की कली और मलयानिल की इस
- ' पर एकाकीपन वैसा ही है' झूम उठी चम्पक की शाख़ें लहराता आया मलयानिल सरक गया है आज भोर में किसी यौवना का आँचल.
- यहाँ निःश्वासों के सम्पर्क से शक्ति अर्थात् ऐश्वर्य प्राप्तकर मलयानिल क्या-क्या करेंगे , पता नहीं , यह वस्तु श्लोक में कही वस्तु से व्यंग्य है।
- वह जीवन जिसने यदि ' मलयानिल ' का सुखद संस्पर्श पाया है तो जीवन के ' झांझावातों ' से भी अक्सर दो-चार हुआ है .
- वह जीवन जिसने यदि ' मलयानिल ' का सुखद संस्पर्श पाया है तो जीवन के ' झांझावातों ' से भी अक्सर दो-चार हुआ है .
- मलयानिल कभी बवंडर बन ही जाता , भोले शिव का तीसरा नेत्र खुल जाता॥ अब शोणित से इतिहास नया लिखना है, बलि-पथ पर निर्भय पाँव आज रखना है।
- करुणा की नव अंगड़ाई सी , मलयानिल की परछाई सी , इस सूखे तट पर छिटक छहर , ' लहर ' ( लहर = सरस कोमल भाव।
- करुणा की नव अंगड़ाई सी , मलयानिल की परछाई सी , इस सूखे तट पर छिटक छहर , ' लहर ' ( लहर = सरस कोमल भाव।
- झूम उठी चम्पक की शाख़ें लहराता आया मलयानिल सरक गया है आज भोर में किसी यौवना का आँचल . पर बगिया का फीकापन वैसा ही है .