मासिक तनख्वाह का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- छोटे-बडे़ शहरों , जिलों एवं कस्बों में मीडिया की चाकरी बिना किसी अच्छे मासिक तनख्वाह पर करने वाले पत्रकारों पर हमेशा से पैसे लेकर खबर छापने या फिर खबर के नाम पर दलाली के आरोप लगते रहते हैं।
- यहाँ तक कि भारत सरकार के सबसे आला अधिकारियों यानी सचिवों की मासिक तनख्वाह और नरेगा की मासिक मजदूरी के बीच ५ ०० : १ का अनुपात बढ़ती आर्थिक गैर बराबरी का एक और उदाहरण है .
- छोटे-बडे़ शहरों , जिलों एवं कस्बों में मीडिया की चाकरी बिना किसी अच्छे मासिक तनख्वाह पर करने वाले पत्रकारों पर हमेशा से पैसे लेकर खबर छापने या फिर खबर के नाम पर दलाली के आरोप लगते रहते हैं।
- मुंबई . मात्र 6,000 रुपए मासिक तनख्वाह पाने वाले सुशील कुमार अब टेलीविजन शो ‘ कौन बनेगा करोड़पति 5 ' ( केबीसी 5 ) के जरिए पांच करोड़ की बड़ी राशि जीतने के बाद प्रशासनिक सेवा के लिए तैयारी करना चाहते हैं।
- मुंबई . मात्र 6,000 रुपए मासिक तनख्वाह पाने वाले सुशील कुमार अब टेलीविजन शो ‘ कौन बनेगा करोड़पति 5 ' ( केबीसी 5 ) के जरिए पांच करोड़ की बड़ी राशि जीतने के बाद प्रशासनिक सेवा के लिए तैयारी करना चाहते हैं।
- इस सीधी-सरल जीवनशैली और इस तथ्य ने कि मुजिका अपनी मासिक तनख्वाह का 90 फीसदी , यानी लगभग 12,000 डॉलर , परोपकार के लिये दान कर देते हैं - मुजिका पर दुनिया के सबसे गरीब राष्ट्रपति होने का तमगा लगा दिया है .
- जाहिर है कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के बाद केंद्र सरकार के सबसे निचले स्तर के कर्मचारी की मासिक तनख्वाह और असंगठित क्षेत्र के एक श्रमिक की मासिक आय के बीच का अंतर दस गुने से भी अधिक बढ़ जाएगा .
- हालाँकि पैसा देकर आनेवाले इन दुखियारों में से बहुत कम को ही सवाल पूछने का मौका मिल पाता है क्योंकि आरोप हैं कि ज्यादातर सवाल पूछनेवाले बाबा के ही चेले और यहाँ तक कि मासिक तनख्वाह पर काम करनेवाले टी . वी के जूनियर आर्टिस्ट होते हैं .
- और फिर मैंने उससे उसके काम के बारे में बात करना शुरू किया तो पता चला कि उसकी मासिक तनख्वाह केवल 2000 रूपये महीना थी और उसके पति की कमाई भी कोई खास अच्छी नहीं थी और उसका पति उसकी कमाई से पैसे ले लेता था रात में पीने के लिए।
- ध्यान रहे भारत के एलीट संस्थानों में राग्गिंग से ज़यादा पढाई के चलते आत्महत्या के मामले ज़यादा होते है इसका ध्यान किसी को नहीं आता , सबको उनके नौकरी लगने के बाद की बहुत ज़यादा मासिक तनख्वाह ही दिखाई देती है , कोई उसके पीछे की मर्म को नहीं देखता .