मुटिया का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सर्दी का मौसम आया तो ठंड में ठिठुरते चिड्डे ने प्रेस-कॉफ्रेंस बुलाया और मांग रखी कि जब दूसरे ठंड में भूखे-प्यासे ठिठुरकर मरने की कगार पर हैं तो ऐसे में चींटी क्यों आराम से अपने बिल में खा-पी कर मुटिया रही है .
- सर्दी का मौसम आया तो ठंड में ठिठुरते चिड्डे ने प्रेस-कॉफ्रेंस बुलाया और मांग रखी कि जब दूसरे ठंड में भूखे-प्यासे ठिठुरकर मरने की कगार पर हैं तो ऐसे में चींटी क्यों आराम से अपने बिल में खा-पी कर मुटिया रही है .
- बाप-भाई , बहनोई सबके पते दे दिये, लेकिन हिन्दुस्तानी मेहमाननवाजी तो पूरे जग में प्रसिद्ध है, थोड़े दिन सरकारी मुर्ग खाये तो मुटिया गया, हिन्दुस्तानी कानून का हाल-बेहाल भी पता चल गया, इसलिए आजकल वो अपराधी नहीं नेताओं की तरह मांगे कर रहा है.
- बैठे बैठे दिन भर काम करने वाले लोग ना सिर्फ मुटिया सकतें हैं , दिल के दौरों की संभावना भी बढा लेतें हैं ,मौत भी हो सकती है .हालाकि एक अध्धय्यन के यह अभी शूरूआती नतीजें ही हैं ,लेकिन खबरदार तो करतें ही हैं ।
- वास्तविक कारण एक प्राकृतिक चिकित्सक ने मंत्री जी के लगातार मुटियाने का कारण बताया - ‘ लोहा , सीमेंट , बालू , यानी राष्ट्रीय विकास के समस्त साधन मंत्री जी के पेट में जा रहे हैं , इसीलिए राष्ट्र के स्थान पर मंत्री जी मुटिया रहे हैं।
- ईटिंग डिस -ऑर्डर्स की अभिनव -कड़ी के रूप में अब एनोरेक्सिया -नर्वोसा और एनोरेक्सिया बुलीमिया के बाद “ड्र -नकों- रेक्सिया ”आ धमका है . ज्यादातर किशोर -किशोरिया ,युवा भीड़ पीनेऔर सिर्फ बे -हिसाब पीने की वजह से खाने को मुल्तवी रखतें हैं .कहीं फ़ूड केलोरीज़ उन्हें मुटिया न दे ।
- पचास के पेटे में आये मर्दों में बेहद की थकान का एहसास , अवसाद ( डिप्रेशन ) , वेट गेन ( मुटिया जाना ) , याददाश्त क्षय भूलने की आदत का घर बनाना , नींद में खलल , यौन सम्बन्धों में कमतर दिलचस्पी रह जाना , ब्रेन फोग ( मानसिक कुन्हासा ) इसी के चंद लक्षण हैं ।
- यह अटपटे दिन हैं , इन दिनों सवाल जवाबों की तरह आते हैं , और जवाब सवालों की तरह उगते हैं , कि मैं इन दिनों बाढ़ग्रस्त देशों के बारे में सोचते हुए सोचता हूँ प्रेम में मुटिया गयी औरतों के स्पंज के बारे में , और लेता हूँ रोक खुद को इनका दिल उन इलाकों में गिराने से .
- आपने खूब फारेस्ट पुलिस के अमलो को मारा पर विकाश कार्यो से जुड़े कितनो पर हाथ उठाया जबकि आपके ही मुताबिक सरकारी एजेंसिया विकाश नहीं कर रही है मतलब साफ है आपकी तूती के बाद भी आप न तो आदिवासियो का विकास कर रहे है और न ही विकास एजेंसियों से काम करा रहे है बल्कि उनसे जजिया वसूल कर मुटिया रहे है ?