मूलोच्छेद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अथवा पुरानी प्रभुत्व व्यवस्था में नए लोगों का प्रवेष भर करायेंगे ? '' ब्राह्मणवाद का इतिहास देखते हुए इस प्रष्न की अहमियत और भी बढ़ जाती है ब्राह्मणवाद का मूलोच्छेद करने के लिए जिस सुनियोजित तैयारी की दरकार होती है , उसकी जगह अगर तुरत-फुरत कुछ कर डालने को हड़बड़ी दिखाई जाएगी तो विफलता ही हाथ लगेगी।
- इस असीमित आजादी का व्यापक जनजागरण में इस्तेमाल किया जा सकता है , अन्याय, दमन और अत्याचार के संगठित विरोध के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, सामाजिक बुराइयों के मूलोच्छेद के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, अगली पीढ़ी के चारित्रिक सौष्ठव को निखारने में और उनमें संकल्प,दृढ़ता और नैतिक ताकत भरने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इस समझ को हमें अफगानिस्तान तक फैलाना होगा और यदि भारत , पाक और अफगान , ये तीनों सेनाएं मिलकर काम करें तो 10 हजार तालिबान का मूलोच्छेद करने में कितना समय लगेगा ? यदि पाकिस्तान मेरे इस सुझाव पर अमल करने को तैयार हो जाए तो उसे इतने फायदे होंगे कि उन्हें शब्दों में गिनाना कठिन हो जाएगा।
- इस असीमित आजादी का व्यापक जनजागरण में इस्तेमाल किया जा सकता है , अन्याय , दमन और अत्याचार के संगठित विरोध के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है , सामाजिक बुराइयों के मूलोच्छेद के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है , अगली पीढ़ी के चारित्रिक सौष्ठव को निखारने में और उनमें संकल्प , दृढ़ता और नैतिक ताकत भरने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- जल-सेना का प्रश्न ही नहीं उठता , क्योंकि वह भूवेष्टित राष्ट्र है | थल सेना के पास न तो समुचित हथियार हैं , न बख्तरबंद गांडि़यां और न ही उचित प्रशिक्षण | जवानों के वेतन भी दयनीय हैं | यदि अगले एक साल में 1 लाख 70 हजार फौजी और 1 लाख 34 हजार पुलिसवाले भर्ती कर भी लिए गए तो क्या वे पाकिस्तानी फौज और आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित और प्रेरित तालिबान का मूलोच्छेद कर सकेंगे ?
- अण्णा ने शुरू में आशीर्वाद और समर्थन दिया और लगा कि अब वह दो मंचों से काम करेंगे - यानी अण्णा भ्रष्टाचार का उन्मूलन करने के उद्देश्य से समर्थ जन लोकपाल लाने के लिए संघर्ष करेंगे और केजरीवाल राजनैतिक दल गठित करके और यथासंभव चुनाव जीतकर सरकार बनाएंगे ताकि आम आदमी को भ्रष्टाचार से राहत मिल सके और अगर फिर भी भ्रष्टाचार का मूलोच्छेद न हो सके तो एक समर्थ और सक्षम जन लोकपाल उससे निपट सके।
- जो लोग आज निरपराधिायों की हत्या करके सम्मान और कीर्ति का उपभोग कर रहे हैं , उन्हें नरक के अग्निक्ुं + ड में जलाऊँगी , और जब तक अत्याचारियों के इस जत्थे का मूलोच्छेद न कर दूँगी , चैन न लूँगी , चाहे इस अनुष्ठान में मुझे प्राणों से ही क्यों न हाथ धाोना पड़े , चाहे रियासत में विप्लव ही क्यों न हो जाए , चाहे रियासत का निशान ही क्यों न मिट जाए ? मेरे दिल में यह दुरुत्साह तुम्हीं ने पैदा किया है , और इसका इलजाम तुम्हारी गरदन पर है।