यौवनकाल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बाहर का जीवन भले सीधा-सादा हो लेकिन जिसने यौवनकाल में अपने यौवन की सुरक्षा की है वह चाहे जो भी संकल्प करे और उसमें लगा रहे तो देर-सबेर वह समता के सिंहासन पर पहुँच जाता है और अपने परमात्मप्राप्तिरूप लक्ष्य को प्राप्त कर ही लेता है।
- “धरती धोरां री” इनके यौवनकाल में ही अमर हो चुका था यदि माने तो आज यह गीत लोकगीत का स्थान ग्रहण कर चुका है , जो घर-घर में, समारोह-समारोह में गुनगुनाया व गौरव से गाया जाता है और विशेषता यह कि इसके रचीयता श्री सेठियाजी का नाम भी साथ-साथ सबकी जबान पर चढ़ चुका है।
- “ धरती धोरां री ” इनके यौवनकाल में ही अमर हो चुका था यदि माने तो आज यह गीत लोकगीत का स्थान ग्रहण कर चुका है , जो घर-घर में , समारोह-समारोह में गुनगुनाया व गौरव से गाया जाता है और विशेषता यह कि इसके रचीयता श्री सेठियाजी का नाम भी साथ-साथ सबकी जबान पर चढ़ चुका है।
- खगकुल ' कुल कुल ' सा बोल रहा किसलय का अंचल डोल रहा , लो , यह लतिका भी भर लाई मधु मुकुल नवल रस गागरी कहीं उस यौवनकाल की स्मृतियाँ हैं जिनमें मधु का आदान प्रदान चलता था , कहीं प्रेम का शुद्ध स्वरूप यह कहकर बताया गया है कि प्रेम देने की चीज है , लेने की नहीं।
- लेकिन मै षंका और मुलायजा नही रखते हुए इस संस्कृति के नश्ट होने के कारणों में सर्वप्रथम कारण सामाजिक चेतना के अभाव को ही मानता ह क्योंकि जब यह संस्कृति अपने षैषव मे थी तब से लेकर इसके यौवनकाल तक समाज का हर समुदाय इसकी राह मे आने वाली हर समस्या से दो हाथ करने की मुद्रा मे हमेषा तैयार रहा।
- विश्व कि यह चिंता तत्कालीन परिवेश के मद्देनजर स्वाभाविक थी ! अमेरिकी क्षमता एवं एवं आतंकवाद जैसे मुद्दों के प्रति अमेरिकी निश्चिंतता पर यह महज़ एक हमला ही नहीं वरन एक ज्वलंत एवं मुह चिढाता सवाल बन कर उभरा , जिसका तत्कालीन जवाब ढूढना अमेरिका के लिए अनिवार्य बन गया ! हालांकि ऐसा भी नहीं है कि वो दुनिया कि पहली आतंकी वारदात थी या वह आतंक का शैशव काल था ! उसी दौर में भारत एवं अन्य एशियाई देशों में आतंकवाद अपने यौवनकाल का नंगा नाच कर रहा था !
- पंचमी तिथि 14 फरवरी के प्रात : 8 : 21 से 15 फरवरी को प्रात : 9 : 8 तक रहेगी 14 फरवरी को विवाह मुहूर्त बताया गया है जबकी 15 फरवरी को शुक्रास्त का वृद्धत्वदोष होने से विवाह नहीं होंगे इसके बाद 16 फरवरी को शुक्र तारा अस्त होने से एक बार फिर 66 दिन अर्थात 2 माह 6 दिन विवाह मुहूर्त पर विराम रहेगा ! प्रतिवर्ष जब सूर्य देव उत्तरायन हो जाते हंै तो माघ माह के शुक्लपक्ष में सृष्टि के यौवनकाल बसंत ऋतु के प्रारंभकाल प्रतिपदा से नवमी तक गुप्त नवरात्रि का पर्व होता है।