राँड़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तुम्हीं ने राँड़ को मूड़ पर चढ़ा रखा था , नहीं मैंने पहले ही दिन झाड़ू मारकर निकाल दिया होता।
- तुम्हीं ने राँड़ को मूड़ पर चढ़ा रखा था , नहीं मैंने पहले ही दिन झाड़ू मारकर निकाल दिया होता।
- अरघा दे लै चली सुहासिनि , चौके राँड़ भई संग साँई / भयौ विवाह चली बिनु दूल्हा , बाट जात समधी समुझाई।
- औरतें भी घूंघट की ओट में खुसरफुसर करती रहती कि देखो उस राँड़ को साँड़ की तरह से काम कर रही है।
- सब पता बा लेकिन राँड़ त दुसरे गाँवे के होखे तब्बे मज़ा ( सब पता है लेकिन भ्रष्टा दूसरे गाँव की हो तभी मजा)।
- इस घर में गाँव की ऐसी राँड़ स्त्रियों काम करती थीं , जो भले घर की थीं , और जिनका कहीं सहारा नहीं था।
- सच कहती हूँ , सैकड़ों जबानों से नित्य यही दुआ निकलती है कि आपका सुहाग अमर हो , जिसने हमारी राँड़ जात को सुहाग दान दिया।
- बरस-भर से बातरा ने किसी को गाली नहीं दी थी , न दुकानदारों के तकियाकलाम ‘ राँड़ ' शब्द के अतिरिक्त कोई गाली सुनी ही थी।
- मेंढकी की गाँड़ में फोड़े पड़ गए थे , चीखकर बोली, “आई थी राँड़ तुम्हारी, जला गई गाँड़ हमारी, अब नहीं खानी पान सुपारी, माँ की चूत तुम्हारी” <<<<
- तुम क्या मुझे राँड़ बनाना चाहते हो ? ऐसे बुरे करम किए होंगे तभी तुम्हारी मिट्टी देखूँगी , नहीं तो औरत की मरजाद इसी में है कि सधवा मरे।