रुत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- “अभी रुत सावन की नहीं आई तो क्या . .
- सूरज ढला , तो आसमाँ की ,रुत बदल गई
- एक रुत थी जब हम मिलते थे ,
- जान देने की रुत रोज आती नहीं
- एक सी रुत कभी , रहती ही नहीं गुलशन में
- रुत यही लेकर बहार आती है यारब
- आ भी जा रुत बदल जायेगी , आ भी जा
- तोड़े डाली तन्हाई है , अब्ब मोहब्बत रुत आई है
- ये चहरे ये नज़ारे ये जवाँ रुत ये हवाएं
- आजा अब तो मौसम की हर रुत बरस गयी