लांछना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उन्होंने कहा है कि इन कहानियों के रेशों में , परिवेश में व्याप्त भारतीय नारी की घुटन, कुण्ठा, यातना, सन्ताप का तनाव, शोषण, पग-पग पर जाने वाली उसकी उपेक्षा, लांछना, प्रताड़ना तथा अपमान का दर्शन दिल दहलाने वाला है।
- एक मर्मान्तक वेदना उसके सम्पूर्ण अंग में चुभने लगी और उसी के बीच-बीच स्टेशन के उन हिंदुस्तानियों की याद आने लगी जिन्होंने संख्या में अधिक होते हुए भी उसकी लांछना को कम करने में बिल्कुल ही भाग नहीं लिया।
- क् या इतने अपमान और लांछना को अपने सिर लादकर कोई चेतनासंपन् न प्राणी जीवित रह सकता है ! जिस घर में बेपनाह डांट-फटकार खाकर यह लड़की बड़ी हुई है-उस घर में उसकी मर्यादा एक कुत्ते के बराबर भी नहीं है।
- ( 9 ) यह इस्लाम ही है जिसने किसी स्त्री के सतीत्व पर लांछना लगाने वाले के लिए चार साक्ष्य उपस्थित करना अनिवार्य ठहराया है और यदि वह चार उपस्थित न कर सके तो उसके लिए अस्सी कोडों की सज़ा नियत की है।
- रोज़मर्रा के हमारे कुलबुलाते पाप , हमारी लज्जास्पद मूर्खताएं और असफलताएं , अपने प्रिय लोगों की आंखों में झूठ और घृणा देखने की पीड़ा , वे लोग जिन पर हम लांछना लगाते हैं , और वे लोग जो हम पर लांछन लगाते हैं ...
- वे चाहतीं तो एक सरल सुरक्षित जीवन का आसान रास्ता उनकी पहुँच से दूर न था , लेकिन उन्होंने पूरी अभिव्यक्ति का जोखिम भरा मुश्किल रास्ता चुना और इसके एवज में एक दारुण आत्मनिर्वासित और बहिष्कृत जीवन की आत्महंता लांछना और पीड़ा को क़ुबूल किया.
- ऐतिहासिक प्रमाणिकता दर्शाती है कि सदियों से आदिवासियों का अपमान , अन्याय , प्रताड़ना और लांछना का सामना करना पड़ता है और निर्दोष होते हुए भी सजा भुगतना पड़ता है , जो वर्तमान संदर्भ में भी देश के विभिन्न भागों में दोहराई जा रही है।
- वे चाहतीं तो एक सरल सुरक्षित जीवन का आसान रास्ता उनकी पहुँच से दूर न था , लेकिन उन्होंने पूरी अभिव्यक्ति का जोखिम भरा मुश्किल रास्ता चुना और इसके एवज में एक दारुण आत्मनिर्वासित और बहिष्कृत जीवन की आत्महंता लांछना और पीड़ा को क़ुबूल किया .
- उनकी लांछना , इस काले चमड़े के नीचे कम जलन पैदा नहीं करती तलवलकर ! जो लोग इन जघन्य अत्याचारों से हमारी माताओं , बहनों और भाइयों का उध्दार करना चाहते हैं , उनको अपना कहकर पुकारने में जो भी कष्ट पड़े , मैं सहर्ष झेलने को तैयार हूं।
- @ कविता , बिम्ब चुने ठीक ! बात कही ठीक ! पर यह अंश अंश सत्य है सार्वजनीन सत्य नहीं है इस तरह के सरलीकरण से समूचे समाज पर लांछना ध्वनित होती है ! नि : संदेह यह समस्या है पर उसके लिए पूरे समाज को एक ही लाठी से नहीं हांका जा सकता !