लुकाठी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कबीर वाणी याद आने लगी- कबिरा खड़ा बजार में लिए लुकाठी हाथ , जो घर फूंके आपना चले हमारे साथ।
- कबीर वाणी याद आने लगी- कबिरा खड़ा बजार में लिए लुकाठी हाथ , जो घर फूंके आपना चले हमारे साथ।
- ' ' यहाँ घर फूंककर तमाशा देखने वाली बात नहीं , अपितु ‘ लुकाठी ' का तात्पर्य उस जलती हुई ‘
- “ कबीरा खड़ा बाज़ार में लिए लुकाठी हाथ जो घर जारो आपनो , हो लो हमरे साथ … .. ”
- उन् होंने कहा , ‘ ' कबिरा खड़ा बजार में लिए लुकाठी हाथ , जो घर बारे अपना चलो हमारे साथ।
- उन् होंने कहा , ‘ ' कबिरा खड़ा बजार में लिए लुकाठी हाथ , जो घर बारे अपना चले हमारे साथ।
- वो कहते हैं - कबीरा खड़ा बजार में , लिए लुकाठी हाथ / जो घर फूंके आपना , चलै हमारे साथ।
- किताब भी उन्हीं के अंदाज में बाजार , संप्रदाय , जाति और सियासी जोड़-तोड़ के खिलाफ लुकाठी लेकर खड़ी होती है .
- ' निंदक नियरे राखिये ' की लुकाठी लेकर कबीर ने आत् म परिष् कार की राह के अनगिनत गड़बड़ झाले जला डाले।
- ठलती लुकाठी हाथ में लेकर गलत काल के विरूद्ध बगावत की परम्परा हिन्दी साहित्य में कबीर से काशीनाथ सिंह तक लंबी है।