लुब्ध का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- योग साधते समय मन यदि विभूति के मार्ग में लुब्ध हो गया तो पुनः स्वरूप में पहुँचने में बड़ी देर लगती है।
- स्वर्ण मृग-मारीच को लख कर जानकी त्रिभुवन-सुन्दरी समस्त विश्व-मोहिनी लुब्ध हुई बालिका सी , बोल उठी राम से- इस स्वर्ण-हिरण का चर्म मुझे चाहिए।
- आकर्षण उसका दुनिर्वार है , कमनीयता लुब्ध करनेवाली है , बुद्धिमत्ता चमत्कृत करनेवाली है , धैर्य अभिभूत करनेवाला है और तेजस्विता प्रखर है।
- निक्कंखिय ( निष्कांक्षता) : अन्य धर्मों के आडंबरों पर लुब्ध न होकर अपने धर्म का पालन करना तथा लोक-परलोक के सुखों की इच्छा नहीं करना।
- लुब्ध , लुभना , लुभाना , लुभाया , लुभावना , लोभ , लोभी , लोभनीय , लोभित जैसे शब्द इसी लुभ् से बने हैं।
- स्वर्ण मृग-मारीच को लख कर जानकी त्रिभुवन-सुन्दरी समस्त विश्व-मोहिनी लुब्ध हुई बालिका सी , बोल उठी राम से- इस स्वर्ण-हिरण का चर्म मुझे चाहिए।
- लंगूर की भी अपनी खूबसूरती होती है , लेकिन केवल हूर पर ही लुब्ध रहने वाले शायर लंगूर के सौन्दर्य से वंचित हो जाते हैं।
- जानते हुए भी स्वर्ण-मृग नहीं होता है लुब्ध राम दौड़े पीछे कंचन-हरिण के बस इसी लिए अपहृत हुई जानकी टाले नहीं टलती है कभी भवितव्यता।
- पर कौन हैं यह दोनों भाई , जिनके लिए महाप्रभु ने इतना कष्ट किया ? ऐसा कौन-सा गुण है इनमें जिससे ये इतना लुब्ध हैं ?
- मोहित हुई थी चन्द्रकान्त सी चन्द्रनिभ अति अभिराम रामचन्द्र पै , या कि जैसे फूल पर लुब्ध होती तितली मुग्ध होती अर्क-प्रभा या कि जैसे मेरु पै।