लोकतंत्री का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- छलबल कर चुनकर वोटों का सिर बन जाना , संसद में आजाना , लोकतंत्री होना नहीं है और न ही वोट न दे पाने वाला , नागरिकता का हक़ गँवा देता है , न बोलने का , ये अधिकारी क्या वोट देतें हैं ?
- छलबल कर चुनकर वोटों का सिर बन जाना , संसद में आजाना , लोकतंत्री होना नहीं है और न ही वोट न दे पाने वाला , नागरिकता का हक़ गँवा देता है , न बोलने का , ये अधिकारी क्या वोट देतें हैं ?
- इस अवसर पर डा . एन . के . डोगरा ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्री देश है , यही एकाएक देश है जिसने पहले दिन से ही महिलाओं को वोट का अधिकार दे दिया था जबकि अमेरिका जैसे विदेशों में महिलाओं को मताधिकार नहीं दिया गया।
- एक शुरुआत हुई है . पहली मर्तबा लोक को अपनी ताकत अपने होने का एहसास हुआ है .यही एहसास बरकरार रहना चाहिए .छलबल कर चुनकर वोटों का सिर बन जाना ,संसद में आजाना ,लोकतंत्री होना नहीं है और न ही वोट न दे पाने वाला ,नागरिकता का हक़ गँवा देता है ,न बोलने का ,ये अधिकारी क्या वोट देतें हैं ?
- इन स्मृतियों को इतिहास की बजाय गप्प मानने वालों ने इस तमाम कथा की जमकर हंसी उड़ाई थी और तब तक हंसी उड़ाने के लोकतंत्री अधिकार का जी भरकर उपयोग करते रहे जब तक कि सच्चाई उभरने लगी कि हां , समुद्र में एक पूरा का पूरा शहर डूबा पड़ा है जो पौराणिक विवरण के मुताबिक द्वारिका ही लगता है और इसकी और ज्यादा छानबीन होनी चाहिए।
- रोज सुबह-शाम बरी खबरें बाँटेते अखबार , आदमी को माल में तब्दील करते विश्व बाजार, अधों से राजित राजदरबार भ्रष्टाचार से भूषित लोकतंत्री सिंहासन, स्वधीनता को बेमानी बनाती व्यवस्था, नीति पर बहस करती और दुर्निति पर चलती राजनीति, दोहरा लगता हर चेहरा - तमाम बातों की गिरफ्त से बेचारा लेखक तब तक मुक्त नहीं हो पाता जब तक वह लिखकर खारिज नहीं हो जाता - बरस चुके बादल की तरह।
- और ये तो बाद की बात है , वर्षों पहले यदि रूबिया सईद के बदले में आतंकवादियों को मार दिया जाता भले ही रुबिया शहीद हो जातीं तो आज कश्मीर और भारत में आतंकवाद का इतिहास ही कुछ और ही होता , लेकिन हमारी लोकतंत्री ( ? ) शासन व्यवस्था इतनी लुंजपुंज है कि चाहे जो आकर सरकारों को झुकने को कहता है और झुकने की बजाय सरकारें लेट जाती हैं ।
- जिस लेखक की एक किताब को हमने अपने देश में घुसने तक नहीं दिया - बावजूद इसके कि उसका जन्म भारत में ही हुआ था और उसे दुनिया भर में भारतवंशी लेखक माना जाता है , उस लेखक को भी इस्लामी खुराफातियों ने मृत्युदंड दे दिया था , लेकिन ब्रिटेन की सरकार ने अपने देश के उस लेखक की सुरक्षा के लिए क्या नहीं किया ! आज भी न सलमान रुश्दी झुके हैं और न ब्रिटेन की लोकतंत्री सरकार झुकी है।
- दूसरा आप आम आदमी से तो संयम बरतने की अपील और इच्छा करते हो पर स्वयं उन्हें पुलिस के डंडों से बेरहमी से पिटवाते हो जब वो भ्रष्टाचार के विरुद्ध खड़े हों तब , जब वो अपने अधिकार के लिए खड़े हों तब, कैसे महिलाओं और बच्चों तक को पुलिस बेरहमी से पीटती है इसे समाचार चैनलों के माध्यम से कई बार हमने देखा है पर किसी मंत्री को पुलिस के द्वारा इस तरह पीटने को लेकर कभी भी लोकतंत्री चिंता व्यक्त करते या इस “डंडे” (अंग्रेजों ने थमाया था)
- 1 नर-नारी की समानता के लिए , 2 चमड़ी के रंग पर रची राजकीय , आर्थिक और दिमागी असमानता के खिलाफ , 3 संस्कारगत , जन्मजात जातिप्रथा के खिलाफ और पिछड़ों को विशेष अवसर के लिए , 4 परदेसी गुलामी के खिलाफ और स्वतन्त्रता तथा विश्व लोक-राज के लिए , 5 निजी पूँजी की विषमताओं के खिलाफ और आर्थिक समानता के लिए तथा योजना द्वारा पैदावार बढ़ाने के लिए , 6 निजी जीवन में अन्यायी हस्तक्षेप के खिलाफ और लोकतंत्री पद्धति के लिए , 7 अस्त्र-शस्त्र के खिलाफ और सत्याग्रह के लिये।