लौकिक प्रेम का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके बाद की निष्ठा - लौकिक प्रेम के परलौकिक बन जाने की ओर प्रवृत होता है।
- इसलिए लौकिक प्रेम के संयोग पक्ष में विशद आत्मानुभूति की कल्पना केवल आदर्श ही प्रतीत होती है।
- लौकिक प्रेम को अलौकिक का रूप , इश्क मजाजी को इश्क हकीकी का रूप कविता ही देती है।
- लौकिक प्रेम को अलौकिक का रूप , इश्क मजाजी को इश्क हकीकी का रूप कविता ही देती है।
- ' लौकिक' प्रेम के बहाने उससे ऊपर उठते हुए 'अलौकिक' प्रेम तक की उड़ान, ! धन्यवाद सुशीला जी !
- ' लौकिक' प्रेम के बहाने उससे ऊपर उठते हुए 'अलौकिक' प्रेम तक की उड़ान, ! धन्यवाद सुशीला जी !
- ' लौकिक' प्रेम के बहाने उससे ऊपर उठते हुए 'अलौकिक' प्रेम तक की उड़ान, ! धन्यवाद सुशीला जी !
- लौकिक प्रेम के जितने स् वरूप हो सकते हैं , वे सभी मधुर भक् ति में आ जाते हैं।
- इस महाकाव्य मे पद्मावती एवं रत्नसेन की लौकिक प्रेम कहानी के द्वारा अलौकिक प्रेम की व्यंजना की गयी है।
- कभी यह राधा-कृष्ण के आध्यात्मिक प्रेम के रुप में उद्दीपत होता है तो कभी लौकिक प्रेम के रुप में।