वाल्मीकि ऋषि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यही वजह है कि कई वर्षों तक पाप व अपराध का जीवन ढोते वाल्मीकि ऋषि , मगध सम्राट अशोक आदि का जीवन भी अनजाने में ही उनके द्वारा किए गए ईश्वरीय स्तुति के परिणामस्वरुप , मात्र एक छोटी सी घटना को आधार बनाकर रूपान्तिरित हो उठा और भगवान के द्वारा इनका उद्धार हुआ ।
- ” वत्स ¸ वाल्मीकि ऋषि ने जो मेरा चरित्र - चित्रण किया है ¸ वह भारतीय नारी के आदर्श के अनुरूप ही है ¸ पर इस आदर्श - पालन के लिए जो मेरे मन में संघर्ष चलता रहा उसका उल्लेख न कर कवि ने चित्र का केवल एक ही पहलू उपस्थित किया है ¸ जो न्यायोचित नहीं है।
- अग्नि-परीक्षा के बाद भी लोगों ने जिन सीताजी पर ऊँगली उठाना न छोड़ा , धोबी द्वारा जिन पर कलंक लगाया गया , ऐसी माता सीता को जब लोकापवाद के कारण वनवास जाना पड़ा , तब उन्हें सहारा देनेवाले वाल्मीकि ऋषि ही थे | उन्होंने माता सीता को आश्रय तो दिया ही , साथ-ही-साथ लव-कुश को भी महान विद्याएँ सिखाकर तेजस्वी बनाया |