शतानीक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- महाराज शतानीक बड़े दानी राजाओं में गिने जाते थे किन्तु शिवपुराण में यह वर्णन पाया जाता है कि इतने दानी होने पर भी उनको नरक-यातना भोगनी पड़ी थी।
- द्रौपदी के भी यधिष्ठिर , भीमसेन , अर्जुन , नकुल और सहदेव से पाँच पुत्र उत्पन्न हुये जिनका नाम क्रमशः प्रतिविन्ध्य , सुतसोम , श्रुतकर्मा , शतानीक और श्रुतसेन रखा गया।
- द्रौपदी के भी यधिष्ठिर , भीमसेन , अर्जुन , नकुल और सहदेव से पाँच पुत्र उत्पन्न हुये जिनका नाम क्रमशः प्रतिविन्ध्य , सुतसोम , श्रुतकर्मा , शतानीक और श्रुतसेन रखा गया।
- अभिमन्यु का बेटा परीक्षित हुआ और और परीक्षित का बेटा हुआ जनमेजय ! राजा जनमेजय का पुत्र था शतानीक जो कि पांडवों का वंशज था और वत्स नामक देश का राजा.
- इसमें सन्देह नहीं कि महाराज शतानीक महादानी थे , किन्तु उनके बाद जब उनका पुत्र सिंहासन पर बैठा तो उसने अपने पिता की परिपाटी के अनुसार उनकी दान-प्रथा को प्रचलित नहीं रखा।
- युद्ध के समाप्त होने के पश्चात् कृष्ण पाँचों पांडवों को गंगा तट पर जागरण के लिए ले गए थे और उनके शिविर में उनके पाँचों पुत्र प्रतिविन्ध्य , सुतसोम, श्रुत्कार्मन, शतानीक एवं श्रुतसेन सोए हुए थे.
- एक समय व्यासजी के शिष्य महर्षि सुमन्तु तथा वशिष्ठ , पराशर , जैमिनि , याज्ञवल्क्य , गौतम , वैशम्पायन , शौनक , अंगिरा और भारद्वाजादि महर्षिगण पांडव वंश में समुत्पन्न महाबलशाली राजा शतानीक की सभा में गये।
- युद्ध के समाप्त होने के पश्चात् कृष्ण पाँचों पांडवों को गंगा तट पर जागरण के लिए ले गए थे और उनके शिविर में उनके पाँचों पुत्र प्रतिविन्ध्य , सुतसोम , श्रुत्कार्मन , शतानीक एवं श्रुतसेन सोए हुए थे .
- युद्ध के समाप्त होने के पश्चात् कृष्ण पाँचों पांडवों को गंगा तट पर जागरण के लिए ले गए थे और उनके शिविर में उनके पाँचों पुत्र प्रतिविन्ध्य , सुतसोम , श्रुत्कार्मन , शतानीक एवं श्रुतसेन सोए हुए थे .
- राजा शतानीक ने ऋषियों के कथनानुसार सभी शास्त्रों के जाननेवाले भगवान् वेदव्यास से प्रार्थनापूर्वक जिज्ञासा की - प्रभो ! मुझे आप धर्ममयी पुराण-कथाओं का श्रवण करायें , जिससे मैं पवित्र हो जाऊँ और इस संसार-सागर से मेरा उद्धार हो जाय।