शर्म का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शर्म , हया , लिहाज़ कहाँ है .....
- मैंने पूछा- मुझे शर्म लग रही है ?
- पर शर्म भी तो कोई चीज है यार।
- “हमें शर्म आनी चाहिए इस सब के लिए ? ”...
- वो शर्म से दोहरी हो रही थी . .
- कोई और होता तो मारे शर्म के . ....
- बोली- जब करवाना है तो शर्म क्यों ?
- शर्म के जल से राह सदा सिंचती है . .
- अपनी भाषा बोलने में शर्म आती है ।
- और सभी आंखें शर्म से झुकी हुई थीं।