शिखरिणी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस ग्रंथ में आचार्य ने छंदविशेष में कविविशेष के अधिकार की चर्चा की है , जैसे अनुष्टुप छंद में अभिनन्द का , उपजाति में पाणिनि का , वंशस्थ में भारवि का , मन्दाक्रान्ता में कालिदास , वसन्ततिलका में रत्नाकर , शिखरिणी में भवभूति , शार्दूलविक्रीडित में राजशेखर का।
- जबकि आपके प्रकाशित संकलनों में ‘ जाल फेंक रे मछेरे ! ' ( नवगीत संग्रह ) , ‘ नोहर के नाहर ' ( एक समाजसेवी की जीवनी ) , ‘ जाड़े में पहाड ‘ ( दुष्यंत कुमार अलंकरण , भोपाल के उपलक्ष्य में प्रकाशित नवगीत संग्रह ) तथा शिखरिणी ( नवगीत संग्रह ) अब तक की कृतियाँ हैं।
- जो हो , सबसे पहले और पुराने काव्य-प्रभावों का स्मरण करने लगूँ तो संस्कृत श्लोकों की ध्वनियाँ ही मन में गूँज जाती हैं : ' शिव महिम्नस्तोत्र ' का मंद्र गंभीर शिखरिणी छंद , पिता के भारी और ओजस्वी कंठ-स्वर में गाये हुए ' शार्दूलविक्रीडित ' के छंद , जिनमें कुछ उन्होंने मुझे भी कंठस्थ कराये थे और जो अभी तक अविस्मृत हैं , जैसे सरस्वती वंदना का श्लोक या कुंदेंदु-तुषार-हार-धवला , या श्वेत वस्त्रावृता