शिगाफ़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- देखो जब ज़मीन काो ज़लज़ला आ जाएगाा और क़यामत अपनी अज़ीम मुसीबतों के साथ खड़ी हो जाएगी और हर इबादतगाह के साथ उसके इबादत गुज़ार , हर माबूद के साथ उसके बन्दे और हर क़ाबिले इताअत के साथ उसके मुतीअ व फ़रमाबरदार मुलहक़ कर दिये जाएंगे तो कोई हवा में शिगाफ़ करने वाली निगाह और ज़मीन पर पड़ने वाले क़दम की आहट ऐसी न होगी जिसका अद्ल व इन्साफ़ के साथ पूरा बदला न दे दिया जाए।
- यूं तो शिगाफ़ , उपन् यास की प्रोटोगोनिष् ट अमिता के माध् यम से कश् मीर विस् थापन को देखने की कोशिश है जिसकी शुरूआत कश् मीर से भगाए हिन् दुओं के घर से बेघर कर दिए जाने के दर्द से होती है , पर यास् मीन , जुलेखा , नसीम , सुलतान और जमान की कथाओं के माध् यम से शिगाफ़ पूरे के पूरे कश् मीरी अवाम के विस् थापन की पीड़ा को अभिव् यक् त करता है .
- यूं तो शिगाफ़ , उपन् यास की प्रोटोगोनिष् ट अमिता के माध् यम से कश् मीर विस् थापन को देखने की कोशिश है जिसकी शुरूआत कश् मीर से भगाए हिन् दुओं के घर से बेघर कर दिए जाने के दर्द से होती है , पर यास् मीन , जुलेखा , नसीम , सुलतान और जमान की कथाओं के माध् यम से शिगाफ़ पूरे के पूरे कश् मीरी अवाम के विस् थापन की पीड़ा को अभिव् यक् त करता है .
- उपन्यासों में जहाँ कुणाल सिंह की “ आदिग्राम उपाख्यान ” , पंकज सुबीर की “ ये वो सहर तो नहीं ” और मनीषा कुलश्रेष्ठ की “ शिगाफ़ ” ने लेखनी के अविश्वसनीय जादूगरी से रूबरू करवाया तो कहानियों में ज्ञानपीठ का संकलन “ लोकरंगी प्रेम-कथाएँ ” , अनुज की “ कैरियर गर्ल-फ्रेंड और विद्रोह ” , नीला प्रसाद की “ सातवीं औरत का घर ” , जयश्री राय की “ अनकही ” , सुभाष चंद्र कुशवाहा की “ बूचड़खाना ” , अखिलेश की “ अँधेरा ” और मनीषा कुलश्रेष्ठ की “ कुछ भी तो रूमानी नहीं ” ...