संप्रदान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उदाहरण के लिए संप्रदान कारक का अर्थ “कु ' उपसर्ग से निकलता हैं, यथा कुति (हमको), कुनि (उनको), कुजे (उसको)।
- कोई कर्म को कर्त्ता मान लेता था तो कोई करण तथा संप्रदान या अधिकरण तक को कर्त्ता मान लेता था।
- उदाहरण के लिए , प्राचीन ग्रीक में, संज्ञा व्याकरणिक कारक के लिए क्रियारूप प्रस्तुत करते हैं, जैसे संप्रदान कारक या कर्म कारक.
- उदाहरण के लिए , प्राचीन ग्रीक में, संज्ञा व्याकरणिक कारक के लिए क्रियारूप प्रस्तुत करते हैं, जैसे संप्रदान कारक या कर्म कारक.
- 2 . गुरुजी को फल दो।इन दो वाक्यों में ‘ स्वास्थ्य के लिए ' और ‘ गुरुजी को ' संप्रदान कारक हैं।
- 2 . गुरुजी को फल दो।इन दो वाक्यों में ‘ स्वास्थ्य के लिए ' और ‘ गुरुजी को ' संप्रदान कारक हैं।
- सर्वोच्च सद्गुण दुर्लभ और निरुपयोगी है वह चमकदार और आभा में स्निग्ध है : सर्वोच्च ‘ सद्गुण संप्रदान किया जाने वाला सद्गुण है।
- ।तैं जनै : (तै: जनै:); कर्म, संप्रदान, अपादान और अधिकरण में प्राय: संबंध के मूल रूप में ही परसर्ग जोड़कर काम निकाला जाता है;
- अर्थात कर्ता जिसके लिए कुछ कार्य करता है , अथवा जिसे कुछ देता है उसे व्यक्त करने वाले रूप को संप्रदान कारक कहते हैं।
- अपनी समृद्धियों को जानो , अपने खजानों को जानो , ताकि तुम बांट सको , ताकि तुम उन्हें दूसरों को संप्रदान कर सको।