सब्ज़ा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उसको अल्लाह तआला ने हरम बनाया कि उसमें न किसी इन्सान का ख़ून बहाया जाए न किसी पर ज़ुल्म किया जाए , न वहाँ शिकार मारा जाए , न सब्ज़ा काटा जा ए.
- उस मेंह की तरह जिसका उगाया सब्ज़ा किसानों को भाया फिर सूखा ( 3 ) ( 3 ) उसकी सब्ज़ी जाती रही , पीला पड़ गया , किसी आसमानी आफ़त या ज़मीनी मसीबत से .
- अपना दीन बचाने की ग़रज़ से वह इनको सब्ज़ा जारों और पहाड़ों पर लिए फिरेगा ताकि फ़ितनों से महफूज़ रहे ” मुहम्मद गालिबन अपनी फ़ितना साज़ी के अंजाम की इबरत अख्ज़ कर रहे है .
- ज़िक्र कलकत्ते का तूने किया जो ज़ालिम इक तीर मेरे दिल में वो मारा के हाय हाय समथिंग सब्ज़ा ( हरियाली)समथिंग अबाऊट ब्यूटिफ़ुल विमेन समथिं उनका इशारा के हाय हाय (सीरियल देख कर फ़िर से लिखूंगा पूरा इधर)
- और वही है बलन्द बड़ाई वाला , तुम फ़रमाओ कौन जो तुम्हें रोज़ी देता है आसमानों और ज़मीन से ( 6 ) ( 6 ) यानी आसमान से मेंह बरसा कर और ज़मीन से सब्ज़ा उगाकर .
- तअबीर मिल रही है , रुखसार से हया की आईना हाथ में और चेहरा तेरा गुलाबी केसरिया , लाल , नीला ; अब खो रहे चमक है सब्ज़ा * हुआ है पीला , ' मोदी ' हुआ गुलाबी .
- यह ख़ुदा के बारे में इख़्तेलाफ़ नहीं रखता है और अपने साथी को ख़ुदा से अलग नहीं करता है , मगर तुमने आपस में कीना व हसद पर इत्तेफ़ाक़ कर लिया है और इसी घूरे पर सब्ज़ा उग आया है।
- ख़ुश्क दाना और गुठली चीर कर उनसे सब्ज़ा और दरख़्त पैदा करना और ऐसी पथरीली ज़मीनों में उनके गर्म रेशों को रवाँ करना जहाँ लोहे की सलाखें और कुदालें भी काम न कर सके , उसकी कुदरत के कैसे चमत्कार है .
- और जब तक कि उन के शहरों पर यके बाद दीगरे ( एक के बेद एक ) फ़ौजों की चढ़ाई न हो , यहां तक कि घोड़े उन की ज़मीनों को आख़िरत तक रौंद डालें और उन के सब्ज़ा ज़ारों और चरागाहों को पामाल कर दें।
- ऐ इंसानो ! कुरानी वाटिका कुरान की सुरह नहल - 10-11 में उल्लेख है : “अल्लाह वही है जिसने पानी बरसया जिससे तुम्हे पीने को मिलता है और जिनसे सब्ज़ा ज़ार पैदा होते हैं और जिनमॆं तुम मवेशी चराते हो और उसी से तुम्हारे लियॆ खेती उगाते हैं।