सिन्दबाद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सिन्दबाद नाविक की कहानी में जिस प्रकार हम पढ़ते थे कि सिन्दबाद की गरदन पर सवार होकर उसके गले को अपने पाँवों में कसकर और दबाकर उस व्यक्ति ने सिन्दबाद को दौड़ाया , उससे परिश्रम कराया और स्वयं आनन्द भोगा , उसी प्रकार आज ये ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज से निकले श्याम वर्णवाले , ( दुर्योग से आज भी ऐसे लोग हैं जिन्हें इस सन्दर्भ में देखा जा सकता है।
- यहाँ पर ख्वाब भी टाँगों पे चलते है उमंगें फूटती हैं , जिस तरह पानी में रक्खे मूंग के दाने चटखते है तो जीभें उगने लगती हैं यहाँ दिल खर्च हो जाते हैं अक्सर...कुछ नहीं बचता सभी चाटे हुए पत्तल हवा में उड़ते रहते हैं समन्दर रात को जब आँख बन्द करता है, ये नगरी पहन कर सारे जेवर आसमाँ पर अक्स अपना देखा करती है कभी सिन्दबाद भी आया तो होगा इस जजीरे पर ये आधी पानी और आधी जमीं पर जिन्दा मछली देखकर हैराँ हुआ होगा!!