सिसकना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- क्रमाँक 18 पर प्रकाशित काव्य रूपी रचना ” मेरी माँ का आँचल कहाँ खो गया . ... सिसकना ठिठकना कहाँ खो गया .... लिपटकर बहुत रोयी उस रोज माँ ...
- ” आप ठीक तो हैं ? परीक्षित कहां है ? ” तभी उसकी दृष्टि अपने समीप आती बहू पर पड़ी जो मम्मी का सिसकना सुन कर , घबराई हुई उनके पास आ रही थी-
- सिसकना तो मुझे भी सुनाई देता है , बस उस दिन का इंतज़ार है जब उस पार से मुझे एक खिलखिलाहट भी सुनाई दे . और मैं इंतज़ार कर रही हूँ . : )
- चिहुंकना फिर फिर से… चिहुंकना फिर फिर से , और सिसकना सारी सारी रात फिर… ज़रा सा खटका लगा नहीं कि ढह गया घरौंदा जैसे कभी कभी ही होता है जब शाम नम नहीं होती.
- मिलन पर दूर जना सकपकाना कह नहीं पाना बिछुडने पर सिसकना रह न पाना ख्वाब में आना तेरा हर बार मिलना और बिछुडन हाय क्या कहिये समझते हैं निगाहों की ज़ुबां को आप चुप रहिये ।
- दिल-ए-घर की चारदीवारी में अहसासों का जलना . ..जज्बातों का मरना... दिल के दालानों में हंसी का मातम... खुशी का सिसकना... आंखों के दरवाजों पर... कसक की चिलमन...ख्वाबों का बिखरना... कानों की सांकल पर अजनबी आहट का खटकना...
- माँ का रोना , दादी का चिल्लाना एवं बुआओं का सिसकना प्रारम्भ! कोशिश करें तो यह भी दुनिया के आश्चर्यों मे स्थान पा सकता है कि ना बंदरों को कोई तकलीफ है ना उन से घिरे बालक को!
- या खुदा , किस मुसीबत मे जान फँसी , मरनेवालों को कराहना , सिसकना और एड़ियॉँ रगड़कर जान देना , दरिन्दों का हड्डियों को नोचना और गोश्त के लोथड़ों को लेकर भागना-ऐसा हौलनाक सीन दिलफिगार ने कभी न देखा था।
- या खुदा , किस मुसीबत मे जान फँसी , मरनेवालों को कराहना , सिसकना और एड़ियॉँ रगड़कर जान देना , दरिन्दों का हड्डियों को नोचना और गोश्त के लोथड़ों को लेकर भागना-ऐसा हौलनाक सीन दिलफिगार ने कभी न देखा था।
- थोड़ी देर मे रानी की सिसकिया रुकी तो उसने फिर से बहुत हल्के- 2 धक्के लगाना शुरू कि ए . र ानी ने सिसकना छ्चोड़ हौले से आहे भरना शुरू किया तो ठुकराल समझ गया कि अब उसे मज़ा आने लगा है .