सुथनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उनके भोजपुरी कविता संग्रह का नाम है-भाकोलवा ( १ ९ २ १ ) , और धोखा ( १ ९ ६ २ ) . अन्य कविताओं में-लगनवा , स्वागत , समधी जी , कईसन विदाई , दंगल होई , एही उमर में , सिवान से सोनपुर , भईयवा , सुथनी , सतुआ , मोसम , जियलो जहर बा .
- पर्व के पहले दिन ' नहाय-खाय' {कदुआ -भात } को पूजा में चढ़ावे के लिए सामान तैयार किया जाता है जिसमें सभी प्रकार के मौसमी फल, केले की पूरी गौर (गवद), इस पर्व पर खासतौर पर बनाया जाने वाला पकवान ठेकुआ , नारियल, मूली, सुथनी, अखरोट, बादाम, नारियल, इस पर चढ़ाने के लिए लाल/ पीले रंग का कपड़ा, एक बड़ा घड़ा जिस पर बारह दीपक लगे हो गन्ने के बारह पेड़ आदि।
- पूजन सामग्री गन्ना , ठेकुआ ( मीठा पकवान ) , नारियल , गागल ( टाभ ) , सरीफा , पानी वाला सिंघाड़ा , पत्ते वाला अदरक , आ॓ल , केला , सेब , संतरा , सुथनी , मूली , पत्ता वाला हल्दी , अनानास , पान का पत्ता , सुपाड़ी , अलता , साठी के चावल व चिड़वा , कोसी , दीया , ढकनी , सूप , दौउरा , चांदनी ( नया कपड़ा ) बिहार के लोग जहां भी गये अपने साथ छठ की परंपरा को भी ले गए।
- पूजन सामग्री गन्ना , ठेकुआ ( मीठा पकवान ) , नारियल , गागल ( टाभ ) , सरीफा , पानी वाला सिंघाड़ा , पत्ते वाला अदरक , आ॓ल , केला , सेब , संतरा , सुथनी , मूली , पत्ता वाला हल्दी , अनानास , पान का पत्ता , सुपाड़ी , अलता , साठी के चावल व चिड़वा , कोसी , दीया , ढकनी , सूप , दौउरा , चांदनी ( नया कपड़ा ) बिहार के लोग जहां भी गये अपने साथ छठ की परंपरा को भी ले गए।