सुषुम्ना नाड़ी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- होने पर कुण्डलिनी चंचल होकर सुषुम्ना नाड़ी के भीतर भीतर सिर की ओर चढ़ने
- इड़ा को गंगा , पिंगला को जमुना और सुषुम्ना नाड़ी को सरस्वती कहा गया है।
- अपान वायु को रोकता है और प्राणवायु को रोककर उसे सुषुम्ना नाड़ी के माध्यम से
- दाहिने और कुछ क्षण बाएँ नथने से निकले तो समझना चाहिए कि वह सुषुम्ना नाड़ी
- इस नाभिकुण्ड से गई हुई सुरंग सुषुम्ना नाड़ी है जो ब्रह्मरन् ध्र तक चली गई है।
- सुषुम्ना नाड़ी अपान मार्ग से होती हुई मस्तक के जरिए ब्रह्मरंध्र में विलीन हो जाती है।
- सुषुम्ना नाड़ी आघात ( Spinal cord Injury), वस्तिप्रदेश आघात (Injury Pelvis) या शल्य क्रिया, मल्टीपल स्क्लिरोसिस, स्ट्रोक आदि।
- आमतौर पर रीढ़ की हड्डी को मेरुदंड कहते हैं , जिसमें से होकर सुषुम्ना नाड़ी निकलती है।
- उस अल्पकाल में सुषुम्ना नाड़ी से श्वास प्रवाहित होने की अवस्था को ही ' योग' कहा जाता है।
- इंगला और पिंगला नाड़ी सांसारिक सुखोपलब्धि कराने वाली होती हैं तो सुषुम्ना नाड़ी ब्रहमानन्दोपलब्धि कराने वाली होती है।