सोमयाग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सोमयाग में अग्नि में सोम की आहुति होती है , अग्नि की स्फीति होती है और पुन : सोम एक-एक कला बढ़ाते-बढ़ाते नवजन्म पाता है।
- 10 . 30 ) पढ़ने से साफ जाहिर होता है कि इसमें कवष ऐलूष ने अपने साथ सोमयाग के समय हुए दुर्व्यवहार को कई तरह से याद किया है।
- तीसरे भाग का पाठ करे तो गंगास्नान का फल प्राप्त करता है और छठवें भाग का पाठ करे तो सोमयाग का फल पाता है ( 12 )
- कुछ समय के पश्चात् वही उपासक जब सोमयाग का अनुष्ठान प्रारंभ करता है तो उसके लिए अत्यंत कठोर व्रत और नियमों का पालन करना अनिवार्य हो जाता है।
- कुछ समय के पश्चात् वही उपासक जब सोमयाग का अनुष्ठान प्रारंभ करता है तो उसके लिए अत्यंत कठोर व्रत और नियमों का पालन करना अनिवार्य हो जाता है।
- सतयुग के भारतीयों का , चाहे वे आम लोग रहे हों या फिर राज परिवारों के लोग रहे हों , सोमयाग एक बहुत ही प्रिय यज्ञ रहा है।
- सतयुग के भारतीयों का , चाहे वे आम लोग रहे हों या फिर राज परिवारों के लोग रहे हों , सोमयाग एक बहुत ही प्रिय यज्ञ रहा है।
- आप रथ पर आरूढ होकर जिस मार्ग से जाते है वहाँ सोमयाग करने वाले जातक का घर दूर नही है॥४॥ [ पूर्वोक्त मंत्र मे वर्णित यान के तिव्र वेग का वर्णन है।
- लिखा गया है कि शत्रु को मारने के लिए सोमयाग करना चाहिए , किन्तु वेदों ने कहा कि ये धर्म नहीं है, क्योंकि इससे शत्रु तो मर जाएगा, किन्तु बाद में नर्क जानना पड़ेगा।
- जैसे यदि जन्म के समय केमद्रुम योग पडा है तो “ द्रुपद ” या “ अवन्तिका ” रत्न धारण करने के साथ सोमयाग किया जाय तो 90 % सफलता एवं शांति मिल जायेगी .