अंजू महेन्द्रू वाक्य
उच्चारण: [ aneju mhenedru ]
उदाहरण वाक्य
- सम्बद्ध टूटने के बाद 17 वर्षों तक राजेश खन्ना और अंजू महेन्द्रू के बीच कभी बातचीत नहीं हुई राजेश खन्ना और जीतेन्द्र बचपन के दोस्त थे।
- राजेश खन्ना की निजी ज़िंदगी में भी काफ़ी उतार-चढाव आए. उन्होंने पहले अभिनेत्री अंजू महेन्द्रू से प्रेम किया, लेकिन उनका यह रिश्ता ज़्यादा वक़्त तक नहीं टिक पाया.
- जिस समय राजेश खन्ना मानसिक रूप से टूट रहे थे उस वक्त उन्हें भावनात्मक संबल देने के लिए उस समय की उनकी प्रेमिका अंजू महेन्द्रू इंतजार करती थी कि राजेश खन्ना उनके घर आयें.
- राजेश खन्ना ने अपनी इस लोकप्रियता को जी भर कर जिया और जब यह लोकप्रियता हाथों से फिसलने लगी तो समाचार में रहने के लिए पुरानी प्रेमिका अंजू महेन्द्रू को छोड़कर डिंपल कपाडि़या से शादी कर ली।
- अभी हाल में जब “द डर्टी पिक्चर” देखे, त अंजू महेन्द्रू (इनका गैरी सोबर्स के साथ, बाद में राजेस खन्ना के साथ खूब कहानी चला था) को देवयानी चौबल के रूप में देखकर पुराना टाइम याद आ गया.
- इसके बाद जब राजेश खन्ना ने डिम्पल कपाडिया से शादी कर ली तो भी राजेश खन्ना अपनी मुहब्बत अंजू महेन्द्रू को भूल नहीं पा रहे थे, जो कि उनके वैवाहिक जीवन को नरक में तब्दील करने के लिए काफी था.
- फ़िल्म के एक गीत को फ़िल्माते समय उनके हाथ कैमरे से छुपा कर रखे गए थे क्योंकि डिम्पल के हाथों में विवाह की मेंहदी लगी थी शादी से पहले राजेश खन्ना सात वर्ष तक फ़ैशन डिज़ाइनर अंजू महेन्द्रू के साथ प्रेमी के रूप में सम्बद्ध रहे।
- लगातार अपनी कई फिल्मों के एक बाद एक फ्लॉप होने की वजह से अंदर ही अंदर टूट रहे एक कलाकार को संबल देने के बजाय उसे अपनी अँगुलियों पर नचाने की कोशिश कर रही अंजू महेन्द्रू को इस कार्यक्रम में महानता की देवी साबित करने का बेजान प्रयास करती एंकर से दर्शक सहमत होने के बजाय उसकी अश्लील भंगिमाओं से कुढ़ कर चैनल बदलने के सिवा कुछ नहीं कर सकते थे.
- अंजू महेन्द्रू के बेमतलब नखरों से नाराज़ राजेश खन्ना उनकी उपेक्षा कर डिम्पल कपाडिया को भाव देने लगे तो अंजू महेन्द्रू ने खुद उनसे बात करने के बजाय अपने कार चालक के हाथों राजेश खन्ना के दिए उपहार लौटते हुए कभी फोन न करने और घर न आने की नसीहत दे डाली तो काका मुनि के पास अंजू महेन्द्रू से अपने सभी रिश्ते खत्म कर देने के अलावा कोई चारा नहीं बचा था.
- अंजू महेन्द्रू के बेमतलब नखरों से नाराज़ राजेश खन्ना उनकी उपेक्षा कर डिम्पल कपाडिया को भाव देने लगे तो अंजू महेन्द्रू ने खुद उनसे बात करने के बजाय अपने कार चालक के हाथों राजेश खन्ना के दिए उपहार लौटते हुए कभी फोन न करने और घर न आने की नसीहत दे डाली तो काका मुनि के पास अंजू महेन्द्रू से अपने सभी रिश्ते खत्म कर देने के अलावा कोई चारा नहीं बचा था.