अक्षि उपनिषद वाक्य
उच्चारण: [ akesi upenised ]
उदाहरण वाक्य
- कृष्ण यजुर्वेदीय शाखा का अक्षि उपनिषद संस्कृत भाषा में रचा गया है जिसे भारतीय सभ्यता के वैदिक काल के समय के दौरान लिखा गया था.
- यह अक्षि उपनिषद महर्षियों के अथक प्रयासों के फलस्वरूप ही हमें प्राप्त हुआ है तथा जिसके अमूल्य विचारों को पाकर प्राणी जन का कल्याण संभव हो पाया.
- अक्षि जो संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुआ जिसका अर्थ होता है आंख, नेत्र तथा दो की संख्या इस प्रकार इस संदर्भ में अक्षि उपनिषद में नेत्रों के विषय में व्यापक रूप से विस्तार पूर्वक बताया गया है.
- अक्षि उपनिषद के दूसरे भाग में ऋषि सांकृति भगवान सूर्य से शिक्षा प्राप्ति की चाह रखते हुए उनसे प्राथना स्वरूप कहते हैं कि हे भगवन आप मुझे ब्रह्म-विद्या का ज्ञान प्रदान करें जिससे मुझमें नव ज्योति का संचार हो सके.