अज़दहा वाक्य
उच्चारण: [ ajedhaa ]
उदाहरण वाक्य
- ठोकरें खा के भी वो संभलता नहीं आदमी अपनी फितरत बदलता नहीं हम भी डूबे सनम तुम भी डूबे सनम इश्क दरया है जिस का किनारा नहीं मुझसे लिपटा है ये वक्त का अज़दहा (अजगर) थूंकता भी नहीं वो निगलता नहीं बंद कमरे में है एक घुटन हर घड़ी खिड़कियों को कभी तूने खोला नहीं इश्क का आशिकी का चलन अब कहाँ कोई मजनू नहीं कोई लयला नहीं आरजू तितलियां बन उडीं हर तरफ पर ग़जा़ला कोई फूल खिलता नहीं