अमरसिंह राठौड़ वाक्य
उच्चारण: [ amersinh raathaud ]
उदाहरण वाक्य
- अमरसिंह राठौड़ अपनी विगत जोधपुर यात्रा के दौरान नगर के प्रबुद्ध नागरिकों, बुद्धिजीवियों, मीडिया प्रतिनिधियों और उद्योगपतियों को सम्बोधित कर रहे थे।
- पूर्व सरपंच भंवरलाल पूनिया, देवाराम ढाका, भूराराम ढाका, सहिराम ढोली, देबूराम बुडानिया, नत्थूराम भाटी, शंकरलाल बुडानिया, लि'छूराम कड़वासरा, अमरसिंह राठौड़ आदि ने रेशमा को श्रद्धांजलि दी।
- नागौर के राजा अमरसिंह राठौड़ ने भी अपनेजीवनकाल ही में `अमरसिंह राठौड़ ' नामक खेल रचवाया, जिसे हम अपने प्रिय राजा कीस्मृति में आज भी किया करते हैं ".
- राज् य के अन् य हिस् सों में होली के दूसरे दिन से हाडी रानी, अमरसिंह राठौड़ और फक् कड़दाता की रम् मतें शुरु हो जाती हैं।
- ये विचार सूचना एवं जनसम्पर्क निदेशालय राजस्थान के निदेशक डॉ. अमरसिंह राठौड़ ने राजस्थान पत्रकार संघ (जार) के उदयपुर स्कन्ध द्वारा आयोजित अपने अभिनंदन के बाद व्यक्त किये।
- (v) ग्रामीणों के मनोरंजन के लिए इस नाट्य में प्रस्तुत किए जाने वाले प्रमुख लोकप्रिय नाटक हैं-अमरसिंह राठौड़ आल्हा-ऊदल हरीश्चंद्र तारामती सत्यवान सावित्री लैला मजनूँ शियापौष इन्दलहरण फूलमदे भक्त पूरणमल आदि ।
- अपनी समृद्ध परंपरा की इस थाती को लेकर ही राजस्थानके किसी पुतलीकार नें कोई नई प्रणाली या शौली नहीं अपनाई, न उन्होंने अपनेआश्रयदाता अमरसिंह राठौड़ ही को भुलाया और न किसी नवीन कथानक को उन्होंने अपनेमें प्रविष्ट होने दिया.
- मूल चित्तौड़ निवासी गाड़िया लौहारों कीतरह ही इनकी भी यही धारणा है कि जिस तरह चित्तौड़ प्रवेश से गाडिया लौहारों काविनाश हो जायेगा, उसी तरह मूल अमरसिंह राठौड़ के खेल को छोड़कर किसी अन्य खेल कोअपनाने से इनका भी विनाश हो जायेगा.
- उसके कई वर्ष बाद नागौर के राजा अमरसिंह राठौड़ जैसे कला मर्मज्ञ राजा नेइनको आश्रय प्रदान किया, जिसके फलस्वरूप `अमरसिंह 'नामक खेल का प्रादुर्भाव हुआऔर आज इस घटना को ४०० वर्ष से भी अधिक समय हो गया है फिर भी कोई ऐसा चमत्कारिकआश्रयदाता इन्हें उपलब्ध नहीं हुआ जो इनकी दिशा ही बदल देता और किसी नवीन खेल कासूत्रपात होता.