अर्जुनदेव चारण वाक्य
उच्चारण: [ arejunedev chaaren ]
उदाहरण वाक्य
- सम्मेलन का आगाज करते हुए बीज भाषण में प्रोफेसर अर्जुनदेव चारण ने कहा कि स्त्री को हर युग में हाशिये पर रखने की कोशिश की गई है।
- राजस् थान के प्रख् यात रंगकर्मी आर साहित् यकार डॉ. अर्जुनदेव चारण इस कहानी पर एक विख् यात नाटक भी देश भर में मंचित कर चुके हैं।
- विवेचना के समारोह में दूसरे दिन 1 नवंबर को ' रम्मत ' जोधपुर के द्वारा अर्जुनदेव चारण के लेखन व निर्देशन में ' जमलीला ' का मंचन किया जाएगा।
- बहरहाल, पिछले दिनों राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष अर्जुनदेव चारण के आमंत्रण पर मेड़तारोड़ में कुचामणी ख्याल यात्रा आयोजन संगोष्ठी में भाग लेते लोकनाट्यों की हमारी परम्परा को गहरे से जिया।
- डा अर्जुनदेव चारण का कहना है कि सत्यनारायण सोनी की कहानियां कई जगह अपनी चुप्पी के कारण भेद भरी दुनिया रचती हैं और इसी चुप्पी को तोड़ने के कवायद पाठक को एक नये संसार में ले जाती है.
- डा अर्जुनदेव चारण का कहना है कि सत् यनारायण सोनी की कहानियां कई जगह अपनी चुप् पी के कारण भेद भरी दुनिया रचती हैं और इसी चुप् पी को तोड़ने के कवायद पाठक को एक नये संसार में ले जाती है.
- दूसरे दौर में राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अर्जुनदेव चारण (जोधपुर), यादवेन्द्र शर्मा चंद्र (बीकानेर) व डॉ चेतन स्वामी (फतेहपुर शेखावाटी) ने दोनों लघुकथाकारों की रचनाओं का अंक आधार पर निर्णय किया और योग में सर्वोच्य अंक लघुकथा “छोरी रो जलम” (रामधन अनुज, श्रीगंगानगर) को मिले।
- संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष अर्जुनदेव चारण ने की भास्कर डॉट कॉम से खास बातचीतप्रदेश में सरकार बदलने के तीन वर्ष बाद राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष बने वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ. अर्जुनदेव चारण ने कहा है कि वे अकादमी के माध्यम से राजस्थान की कला व संस्कृति को प्रदेश से बाहर ले जाने की योजना तैयार कर रहे हैं।
- संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष अर्जुनदेव चारण ने की भास्कर डॉट कॉम से खास बातचीतप्रदेश में सरकार बदलने के तीन वर्ष बाद राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष बने वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ. अर्जुनदेव चारण ने कहा है कि वे अकादमी के माध्यम से राजस्थान की कला व संस्कृति को प्रदेश से बाहर ले जाने की योजना तैयार कर रहे हैं।
- यह लिखना भी उचित रहेगा कि राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष श्याम महर्षि को, राजस्थान हिन्दी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष वेदव्यास को, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष अर्जुनदेव चारण को, राजस्थान ब्रज भाषा अकादमी के अध्यक्ष सुरेन्द्र उपाध्याय को, राजस्थान सिंधी भाषा अकादमी के अध्यक्ष नरेशकुमार चंदनानी को, राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा को, राजस्थान संस्कृत अकादमी का अध्यक्ष डा.