अवसर्पिणी वाक्य
उच्चारण: [ avesrepini ]
उदाहरण वाक्य
- ऊपर जो २४ तीर्थंकर गिनाए गए हैं वे वर्तमान अवसर्पिणी के हैं ।
- ऊपर जो २ ४ तीर्थंकर गिनाए गए हैं वे वर्तमान अवसर्पिणी के हैं ।
- भगवान् वृषभदेव इस अवसर्पिणी (अवनति) काल के 24 तीर्थंकरों में प्रथम तीर्थंकर हैं।
- जैन धर्म प्रत्येक उत्सर्पिणी और अवसर्पिणी काल में भरत क्षेत्र में २ ४ [...]
- जो एक बार तीर्थ कर हो जाते हैं वे फिर दूसरी उत्सिर्पिणी या अवसर्पिणी में जन्म नहीं लेते ।
- जो एक बार तीर्थ कर हो जाते हैं वे फिर दूसरी उत्सिर्पिणी या अवसर्पिणी में जन्म नहीं लेते ।
- जिस प्रकार काल हिंदुओं में मन्वंतर कल्प आदि में विभक्त है उसी प्रकार जैन में काल दो प्रकार का है-उत्सिर्पिणी और अवसर्पिणी ।
- नवें श्लोक में बताया गया है कि युग का प्रथमार्ध उत्सर्पिणी और उत्तरार्ध अवसर्पिणी काल है और इनका विचार चंद्रोच्च से किया जाता है।
- नवें श्लोक में बताया गया है कि युग का प्रथमार्ध उत्सर्पिणी और उत्तरार्ध अवसर्पिणी काल है और इनका विचार चंद्रोच्च से किया जाता है।
- प्रम्परा से इस अवसर्पिणी काल मे भगवान (ऋषभ or रिषभ) प्रथम तीर्थन्कर हुए, उनके बाद भगवान पार्श्व (877-777 BCE) तथा (महावीर) (599-527 BCE) हुए.