आईन-ए-अकबरी वाक्य
उच्चारण: [ aaeen-akebri ]
उदाहरण वाक्य
- अकबर के प्रधानमंत्री अबुल फजल अलामी ने ‘ आईन-ए-अकबरी ' जरूर लिखा था, जो सन् 1857 में प्रकाशित हुआ था।
- आईन-ए-अकबरी में इन्हीं भारद्वाज ब्राह्मणों की जमींदारी सैदपुर के परगने में लिखी हुई हैं, जैसा कि प्रथम ही कहा गया है।
- यद्यपि अबुलफ़ज्ल ने अन्य पुस्तकें भी लिखी हैं, किंतु उसे स्थायी और विश्वव्यापी कीर्ति आईन-ए-अकबरी के आधार पर ही उपलब्ध हो सकी।
- यद्यपि अबुलफ़ज्ल ने अन्य पुस्तकें भी लिखी हैं, किंतु उसे स्थायी और विश्वव्यापी कीर्ति आईन-ए-अकबरी के आधार पर ही उपलब्ध हो सकी।
- आईन-ए-अकबरी के अच्छा होने में क्या संदेह है, लेकिन उदार सृष्टि को कृपण नहीं समझना चाहिए क्योंकि गुणों का अंत नहीं है.
- और यह निर्विवाद है कि अकबर कालीन राजनीतिक, आर्थिक तथा सामाजिक इतिहास के अध्ययन के लिए आईन-ए-अकबरी एक कोश का महत्व रखता है।
- और यह निर्विवाद है कि अकबर कालीन राजनीतिक, आर्थिक तथा सामाजिक इतिहास के अध्ययन के लिए आईन-ए-अकबरी एक कोश का महत्व रखता है।
- आईन-ए-अकबरी के अच्छा होने में क्या संदेह है, लेकिन उदार सृष्टि को कृपण नहीं समझना चाहिए क्योंकि गुणों का अंत नहीं है.
- आईन-ए-अकबरी पर सम्राट् की प्रशस्ति में मुख्यत: अतिशयोक्ति का दोष लगाया जाता है, किंतु ब्लाकमैन के कथनानुसार “... वह (अबुलफ़ज्ल) प्रशंसा करता है, क्योंकि उसे एक सच्चा नायक मिल गया है।
- आईन-ए-अकबरी पर सम्राट् की प्रशस्ति में मुख्यत: अतिशयोक्ति का दोष लगाया जाता है, किंतु ब्लाकमैन के कथनानुसार “... वह (अबुलफ़ज्ल) प्रशंसा करता है, क्योंकि उसे एक सच्चा नायक मिल गया है।